ETV Bharat / state

देश में पहली बार होगी पेपरलेस जनगणना, 8 जून से मोबाइल एप के द्वारा जुटाए जाएंगे आंकड़े - मोबाइल एप के द्वारा

देश में पहली बार पेपरलेस आर्थिक जनगणना 8 जून को मोबाइल एप से शुरू होने जा रही है. जनगणना का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी को सौंपा गया है.

देश में पहली बार होगी पेपरलेस जनगणना
author img

By

Published : Jun 7, 2019, 9:15 PM IST

बूंदी. देश में पहली बार पेपरलेस आर्थिक जनगणना 8 जून को मोबाइल एप से शुरू होने जा रही है. जनगणना का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी को सौंपा गया है. इसके तहत सीएससी सेंटर से जुड़े सुपरवाइजर आर्थिक आधार पर मोबाइल एप से जनगणना करेंगे. सबसे खास बात यह है कि इसमें गणना कार्य करने वाला व्यक्ति संबंधित इलाके से होगा. ताकि इलाके के बारे में जानकारी होने पर अच्छे से गणना को संपन्न कर सके. इसको लेकर विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है.

देश में पहली बार होगी पेपरलेस जनगणना, 8 जून से मोबाइल एप के द्वारा जुटाए जाएंगे आंकड़े

बूंदी जिले की 184 ग्राम पंचायतों में 550 सीएससी केंद्र स्थापित है. शहर में 200 सेंटर व ग्रामीण इलाके में 350 सेंटर स्थापित किए गए हैं. हर सेंटर में 5 से 10 गणनाकार लगाए गए हैं. जिनके माध्यम से आर्थिक गणना की जा रही है. सीएससी ई गवर्नेंस के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके लिए गांव में 5, शहरी क्षेत्रों में 10 और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में 7 गणनाकार लगाए जाएंगे.

पहले आर्थिक जनगणना का कार्य सरकारी अधिकारियों के द्वारा करवाया जाता था. लेकिन इस बार केंद्र सरकार ने सीएससी ई गवर्नेंस को यह काम सौंपा है. यह सारा कार्य ऑनलाइन मोबाइल पर होगा. इस गणना के माध्यम से मुख्य आंकड़े जुटाकर लोगों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति का पता लगाया जाएगा और इसके आधार पर ही भविष्य में आर्थिक योजना तैयार की जाएगी.

बूंदी. देश में पहली बार पेपरलेस आर्थिक जनगणना 8 जून को मोबाइल एप से शुरू होने जा रही है. जनगणना का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी को सौंपा गया है. इसके तहत सीएससी सेंटर से जुड़े सुपरवाइजर आर्थिक आधार पर मोबाइल एप से जनगणना करेंगे. सबसे खास बात यह है कि इसमें गणना कार्य करने वाला व्यक्ति संबंधित इलाके से होगा. ताकि इलाके के बारे में जानकारी होने पर अच्छे से गणना को संपन्न कर सके. इसको लेकर विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है.

देश में पहली बार होगी पेपरलेस जनगणना, 8 जून से मोबाइल एप के द्वारा जुटाए जाएंगे आंकड़े

बूंदी जिले की 184 ग्राम पंचायतों में 550 सीएससी केंद्र स्थापित है. शहर में 200 सेंटर व ग्रामीण इलाके में 350 सेंटर स्थापित किए गए हैं. हर सेंटर में 5 से 10 गणनाकार लगाए गए हैं. जिनके माध्यम से आर्थिक गणना की जा रही है. सीएससी ई गवर्नेंस के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके लिए गांव में 5, शहरी क्षेत्रों में 10 और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में 7 गणनाकार लगाए जाएंगे.

पहले आर्थिक जनगणना का कार्य सरकारी अधिकारियों के द्वारा करवाया जाता था. लेकिन इस बार केंद्र सरकार ने सीएससी ई गवर्नेंस को यह काम सौंपा है. यह सारा कार्य ऑनलाइन मोबाइल पर होगा. इस गणना के माध्यम से मुख्य आंकड़े जुटाकर लोगों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति का पता लगाया जाएगा और इसके आधार पर ही भविष्य में आर्थिक योजना तैयार की जाएगी.

Intro:देश में पहली बार पेपर लेस आर्थिक जनगणना 8 जून को मोबाइल एप से शुरू होने जा रही है । जनगणना का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने कॉमन सर्विस सेंटर यानी सीएससी को सौंपा गया है। इसके तहत सीएससी सेंटर से जुड़े सभी सुपरवाइजर आर्थिक आधार पर मोबाइल एप से जनगणना करेंगे। सबसे खास बात यह है कि इस गणना में गणना कार्य करने वाला व्यक्ति संबंधित इलाके से होगा ताकि उसे उस इलाके का पता रहे और वह अच्छे से करना को संपन्न कर ले इसको लेकर विभाग ने सभी तैयारी पूरी कर ली है ।


Body:बूंदी जिले की 184 ग्राम पंचायतों में से 550 सीएससी केंद्र स्थापित है । शहर में 200 सेंटर व ग्रामीण इलाके में 350 सेंटर स्थापित किए गए हैं । हर सेंटर में 5 से 10 गणना कार लगाए गए हैं । जिनके माध्यम से आर्थिक गणना की जा रही है । सीएससी ई गवर्नेंस के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि तैयारी सभी अंतिम चरण में है और सभी सभी तैयारियां पूरी कर ली है इसके लिए गांव में 5 , शहरी क्षेत्रों में 10 , अर्ध शहरी क्षेत्रों में 7 गणना कार लगाए जाएंगे और आर्थिक जनगणना का कार्य सरकारी अधिकारियों के द्वारा करवाया जाता था । लेकिन इस बार केंद्र सरकार की ओर से यह कार्य सीएससी ई गवर्नेंस को सौंपा गया है।

यह सारा कार्य ऑनलाइन मोबाइल पर होगा सरकार की मंशा है कि इस गणना के माध्यम से मुख्य आंकड़े जुटाना है यह प्रयास करना है कि देश के आर्थिक स्थिति क्या है सामाजिक स्थिति कैसी है। उसी के तहत देश के भविष्य में आर्थिक योजना तैयार कर ली जाए ताकि समय रहते आर्थिक स्थिति देश की बदल सकें और यह स्थिति देश में सबके सामने आए और मुख्यधारा में देश की आर्थिक रूप में आगे बढ़ सके ।

8 जून को होने वाली जनगणना में गणना कार आईडी प्रूफ के साथ घर-घर घूमेंगे और थाना क्षेत्र में सूचित करके जाएंगे ओर घरो ,दुकानदारों , प्रतिष्ठानों पर जाकर आर्थिक आधार पर जनगणना मोबाइल एप के द्वारा करेंगे और उनके सामने फॉर्म भरेंगे ।


Conclusion:जानकारी के अनुसार पहली जनगणना 1977 में दूसरी जनगणना 1980 में तीसरी जनगणना 1990 में चौथी जनगणना 1998 में पांचवी 2005 में छठी 2013 में हुई थी यह सभी सरकारी कर्मचारियों के द्वारा की गई थी जहां पर कई समय इस दौरान लग जाता था लेकिन इस बार सरकार ने डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए मोबाइल ऐप से आर्थिक जनगणना करवाई है और यह जनगणना साथ ही आर्थिक जनगणना होने वाली है ।

बाईट - शिवदत्त गौड़ , अतिरिक्त जिला कलेक्टर ,बूंदी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.