ETV Bharat / state

बूंदीः 2 हजार बच्चों को पिलाई निःशुल्क स्वर्ण प्राशन औषधी

बूंदी आयुर्वेदिक अस्पताल में रविवार निःशुल्क सवर्ण प्राशन शिविर आयोजित किया गया. इसमें करीब 2000 बच्चों से अधिक बच्चों को स्वर्ण प्राशन दवाई पिलाई गई.

medicine given to children, bundi news, बूंदी न्यूज
बूंदीः 2 हजार बच्चों को पिलाई निःशुल्क स्वर्ण प्राशन औषधी
author img

By

Published : Jan 12, 2020, 7:29 PM IST

बूंदी. जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में रविवार को निःशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर आयोजित किया गया. इसमें स्वर्ण प्राशन की दवा को 1 साल से 15 साल के बच्चों के लिए निःशुल्क लाया गया. इससे पहले यहां पर दो बार शिविर आयोजित हो चुका है.

बता दें, कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा और रोटीरी क्लब के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे, जिन्होंने बच्चों को दवा पिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं डॉ सुनील कुशवाहा का कहना है कि दवा के पीने से 20 प्रकार के रोग बालक से दूर होते हैं. बूंदी जिले का यह पहला अस्पताल है और राजस्थान का यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है, जहां बूंदी जिले में बच्चों को निःशुल्क दवा पिलाई जा रही है. अब तक दो बार शिविर लगाए जा चुके हैं.

बूंदीः 2 हजार बच्चों को पिलाई निःशुल्क स्वर्ण प्राशन औषधी

पढ़ेंः भीलवाड़ा में नवजात बच्ची को छोड़ा पालना गृह में, अस्पताल स्टाफ ने शुरू किया उपचार

वहीं उन्होंने कहा कि तीसरी बार कैंप में भी 2,000 से अधिक बालक-बालिकाओं को फिर से निःशुल्क दवाई पिलाई गयी है. डॉक्टर सुनील कुशवाहा ने बताया कि अन्य अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवा को निःशुल्क नहीं पिलाया जाता है. इसका समय शुल्क तय होता है, लेकिन बूंदी में यह स्वर्ण प्राशन बच्चों को निःशुल्क पिलाई जा रही है.

पढ़ेंः कोटा: UDH मंत्री शांति धारीवाल ने किया जेके लोन अस्पताल का दौरा

उन्होंने बताया कि स्वर्ण प्राशन आयुर्वेदिक की एक महत्वपूर्ण विधा है. इसमें 1 महीने से 15 साल तक के अधिक बच्चों को पुष्य नक्षत्र के दिन इस दवाई की बूंदे पिलाई जाती है. दक्षिण भारत के अधिकतर राज्यों में इसका काफी चलन है. आयुर्वेदिक कॉलेजों सहित प्राइवेट चिकित्सक इस विधा का खूब उपयोग कर रहे हैं. पूर्व वित्त मंत्री हरिमोहन शर्मा ने बताया कि राजस्थान के अंदर सरकार द्वारा आयुर्वेदिक अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है काफी अच्छा प्रयास है. बता दे, कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में जब से स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है. वह बच्चों को मुख्य रूप से सर्दी, जुकाम, बुखार, वजन कम होना, लंबाई नहीं बढ़ना साहित काफी असरदार रही है.

बूंदी. जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में रविवार को निःशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर आयोजित किया गया. इसमें स्वर्ण प्राशन की दवा को 1 साल से 15 साल के बच्चों के लिए निःशुल्क लाया गया. इससे पहले यहां पर दो बार शिविर आयोजित हो चुका है.

बता दें, कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा और रोटीरी क्लब के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे, जिन्होंने बच्चों को दवा पिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं डॉ सुनील कुशवाहा का कहना है कि दवा के पीने से 20 प्रकार के रोग बालक से दूर होते हैं. बूंदी जिले का यह पहला अस्पताल है और राजस्थान का यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है, जहां बूंदी जिले में बच्चों को निःशुल्क दवा पिलाई जा रही है. अब तक दो बार शिविर लगाए जा चुके हैं.

बूंदीः 2 हजार बच्चों को पिलाई निःशुल्क स्वर्ण प्राशन औषधी

पढ़ेंः भीलवाड़ा में नवजात बच्ची को छोड़ा पालना गृह में, अस्पताल स्टाफ ने शुरू किया उपचार

वहीं उन्होंने कहा कि तीसरी बार कैंप में भी 2,000 से अधिक बालक-बालिकाओं को फिर से निःशुल्क दवाई पिलाई गयी है. डॉक्टर सुनील कुशवाहा ने बताया कि अन्य अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवा को निःशुल्क नहीं पिलाया जाता है. इसका समय शुल्क तय होता है, लेकिन बूंदी में यह स्वर्ण प्राशन बच्चों को निःशुल्क पिलाई जा रही है.

पढ़ेंः कोटा: UDH मंत्री शांति धारीवाल ने किया जेके लोन अस्पताल का दौरा

उन्होंने बताया कि स्वर्ण प्राशन आयुर्वेदिक की एक महत्वपूर्ण विधा है. इसमें 1 महीने से 15 साल तक के अधिक बच्चों को पुष्य नक्षत्र के दिन इस दवाई की बूंदे पिलाई जाती है. दक्षिण भारत के अधिकतर राज्यों में इसका काफी चलन है. आयुर्वेदिक कॉलेजों सहित प्राइवेट चिकित्सक इस विधा का खूब उपयोग कर रहे हैं. पूर्व वित्त मंत्री हरिमोहन शर्मा ने बताया कि राजस्थान के अंदर सरकार द्वारा आयुर्वेदिक अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है काफी अच्छा प्रयास है. बता दे, कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में जब से स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है. वह बच्चों को मुख्य रूप से सर्दी, जुकाम, बुखार, वजन कम होना, लंबाई नहीं बढ़ना साहित काफी असरदार रही है.

Intro:बूंदी आयुर्वेदिक अस्पताल में आज निशुल्क सवर्ण प्राशन शिविर आयोजित किया गया। इसमें करीब 2000 बच्चों से अधिक बच्चों को स्वर्ण प्राशन दवाई पिलाई गई । इस दवाई से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने लगी है और लोगों का आयुर्वेदिक के क्षेत्र में रुझान बढ़ता जा रहा है जब-जब भी जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में सोन प्राशन दवा शिविर आयोजित हुआ तब तक क्षेत्र के लोग वहां पर बच्चों को स्वर्ण प्राशन दवाई पिलाने पहुंचे । अब तक करीब 4000 से अधिक स्वर्ण प्राशन दवाई बच्चों को पिलाई जा चुकी है ।


Body:बूंदी । जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में आज निशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर आयोजित किया गया इसमें निशुल्क स्वर्ण प्राशन की दवा को 1 साल से 15 साल के बच्चों के लिए निशुल्क लाया गया । इससे पहले यहां पर दो बार शिविर आयोजित हो चुका है जहां पर मंच पर आए अतिथियों ने बच्चों को दवा पिलाई और कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा और रोटीरी क्लब के अध्यक्ष व सदस्य मौजूद रहे जिन्होंने बच्चों को दवा पिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। वहीं डॉ सुनील कुशवाहा का कहना है कि दवा के पीने से 20 प्रकार के रोग बालक से दूर होते हैं । बूंदी जिले का यह पहला अस्पताल है और राजस्थान का यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है जहां बूंदी जिले में बच्चों को निशुल्क दवा पिलाई जा रही है। अब तक दो बार शिविर लगाए जा चुके हैं । तीसरी बार कैंप में भी 2,000 से अधिक बालक - बालिकाओं ने फिर से निशुल्क दवाई पिलाई गयी है । डॉक्टर सुनील कुशवाहा ने बताया कि अन्य अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवा को निशुल्क नहीं पिलाया जाता है इसका समय शुल्क तय होता है लेकिन बूंदी में यह स्वर्ण प्राशन बच्चों को निशुल्क पिलाई जा रही है । उन्होंने बताया कि स्वर्ण प्राशन आयुर्वेदिक की एक महत्वपूर्ण विधा है । इसमें 1 महीने से 15 साल तक के अधिक बच्चों को पुष्य नक्षत्र के दिन इस दवाई की बूंदे पिलाई जाती है । दक्षिण भारत के अधिकतर राज्यों में इसका काफी चलन है । आयुर्वेदिक कॉलेजों सहित प्राइवेट चिकित्सक इस विधा का खूब उपयोग कर रहे हैं । पूर्व वित्त मंत्री हरिमोहन शर्मा ने बताया कि राजस्थान के अंदर सरकार द्वारा आयुर्वेदिक अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है काफी अच्छा प्रयास है और जो जो समस्याएं आयुर्वेदिक अस्पताल में चिकित्सकों ने मुझे जो अवगत करवाई है उन समस्याओं का निस्तारण करने के लिए में चिकित्सा मंत्री से वार्ता कर उन समस्याओं को दूर करने का प्रयास करूंगा।

यहां तो बता दे कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में जब से स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है । दवा पिलाने से बच्चों को मुख्य रूप से सर्दी, जुकाम, बुखार ,वजन कम होना, लंबाई नहीं बढ़ना साहिर यह दवा काफी असरधारक रही है। यही कारण रहा कि लगातार हजारों की संख्या में बच्चे स्वर्ण प्राशन दवाई पी रहे हैं और एक अलग अभियान आयुर्वेदिक क्षेत्र में यह बढ़ता जा रहा है ।




Conclusion:अब तक 4 हजार बच्चो को दवा पिलाई गयी है । जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में स्वर्ण प्राशन दवा बच्चों को चिकित्सक के अनुसार यहां पर पिलाई जाती है। यहां पर बच्चों को दवा तय समय पर ही चिकित्सक इन बच्चों को पिला रहे हैं और नतीजा यह रहा कि कई बच्चे को लाभ मिलने के चलते वह फिर से इन शिविरों में दवा पिलाने के लिए पहुंच रहे हैं । इस शिविर में पूर्व वित्त मंत्री हरिमोहन शर्मा सहित आयुर्वेदिक क्षेत्र के चिकित्सक मौजूद रहे ।

बाईट - हरिमोहन शर्मा , पूर्व मंत्री
बाईट - डॉ सुनील कुशवाह , पीएमओ
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.