बूंदी. ट्रक हड़ताल के चलते आज से ही ट्रक यूनियन से जुड़े करीब 600 ट्रकों के पहिये थम गए है. यूनियन की मांग है कि जब तक ट्रेक्टरों का मंडी में परिवहन बन्द नहीं होगा तब तक हमारी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. वही हड़ताल को देखते हुए प्रशासन के भी पसीने आ गए हैं. चुनाव नजदीक है ऐसे में पोलिंग पार्टियों में ट्रकों की आवश्यकता होती है तो हड़ताल समाप्त करवाना प्रशासन के लिए चुनौती है.ट्रक यूनियन से जुड़े अध्यक्ष पप्पूदिन और रत्न सिंह ने बताया कि यूनियन पदाधिकारियों, आढ़तिया संघ, चावल उद्योग संघ, व्यापार संघ, हम्माल संघ में हुए समझौते के अनुसार ट्रक यूनियन को बताए गए ट्रेक्टर-ट्रॉलियों में तय सीमा में ही जिंसों का परिवहन करना था, लेकिन मंडी कारोबार से जुड़े संगठन समझौते का पालन नहीं कर रहे हैं.
लगातार अवैध और ओवरलोड परिवहन किया जा रहा है.इस मामले में संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अब हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है. यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि मंडी में केवल ट्रक ही जिंसों को भरने का कार्य करते हैं ऐसे में मंडी प्रशासन सांठगांठ करके ट्रैक्टर ट्रॉली को ओवरलोड करके हमारी रोजी-रोटी पर संकट कर रहा है पूरी मंडी में केवल ट्रैक्टर ही नजर आते हैं ट्रक एक भी नजर नहीं आता अगर ट्रैक्टर का यूज होगा तो ट्रक यूनियन से जुड़े गरीब परिवार कैसे आगे बढ़ेंगे. पदाधिकारियों ने बताया कि 5 साल पहले हमने हाई कोर्ट में भी केस जीता हुआ है जिसमें मंडी प्रशासन एवं परिवहन विभाग को पार्टी बनाया था उक्त मामले में हाईकोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया था लेकिन उसकी पालना अभी तक नहीं हुई है.
जिला परिवहन अधिकारी सुधीर बंसल का कहना है कि मैंने अभी पदभार ग्रहण किया है क्या माजरा है मुझे पता नहीं है कलेक्टर की निगरानी में बैठक जारी है.बैठक में दोनों पक्षों को सुना जाएगा उसी के बाद कुछ निर्णय लेने की स्थिति में फैसला होगा. अगर अवैध परिवहन हो रहा होगा तो जरूर कार्रवाई की जाएगी. अब देखना होगा कि ट्रक यूनियन से जुड़े पदाधिकारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर अड़े हुए हैं उनका कहना है कि नियमानुसार कार्यवाही होगी तभी हम काम पर लौटेंगे ऐसे में अब प्रशासन के सामने चुनौती है कि वह जिले के सरकारी व गैर सरकारी कार्यों में लिए जा रहे ट्रक यूनियन से ट्रक को की सप्लाई अचानक बंद हो गई है.