बूंदी. नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बन गया है. यहां पहली महिला सभापति के रूप में कांग्रेस की मधु नुवाल बनी है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मधु नुवाल ने कहा की बूंदी के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी. यूडीएच मंत्री ने बूंदी में चुनावी सभा के दौरान जितने भी घोषणा की थी, उसकी एक झलक एक महीने बाद ही देखने को मिलेगी.
रविवार को भारी गहमागहमी के बीच दोनों ही पार्टियों के पार्षदों ने मतदान किया. मतदान में कांग्रेस के पार्षद बाड़ाबंदी से मतदान के लिए पहुंचे. विधायक अशोक डोगरा, तालेड़ा प्रधान राजेश रायपुरिया सहित विभिन्न बीजेपी के पदाधिकारी अपनी निजी कारों में पार्षदों को लेकर पहुंचे. भाजपा के 17 पार्षद मतदान के लिए पहुंचे. इसके साथ कुल 60 पार्षदों ने बूंदी नगर परिषद में मतदान किया. मतदान के तुरंत बाद मतगणना हुई. जिसमें मधु नुवाल को 31 वोट के साथ जीत मिली, जबकि बीजेपी की सरोज अग्रवाल को 29 मत मिले. कांग्रेस की मधु नुवाल 2 वोटों से जीती है. मधु नुवाल की जीत के साथ ही, वहां मौजूद समर्थकों में उत्साह देखा गया और जमकर नारेबाजी की. ईटीवी भारत से खास करते हुए मधु नुवाल कहा कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल था और कांग्रेस का बोर्ड बना है. निश्चित 1 माह के अंदर ही बूंदी में विकास दिखने लगेगा.
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उन्होंने जीत का श्रेय जनता को दिया. उन्होंने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने जो बूंदी के विकास के लिए वादे किए थे, वह जल्द पूरे होंगे. कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा ने भी जीत पर कहा कि यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिमोहन शर्मा के विजन के कारण ही बूंदी में कांग्रेस का बोर्ड बना है और निश्चित रूप से शहर के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी. प्रदेश सचिव भरत शर्मा ने भी ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वह बूंदी के सभी 60 वार्डों में खुद प्रचार प्रसार में गए थे. इस पूरे चुनाव के दौरान कांग्रेस के युवा नेता चर्मेश शर्मा ने मीडिया के सामने एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि यदि कांग्रेस का बोर्ड बनने के दौरान क्रॉस वोटिंग हुई तो वह राजनीति छोड़ देंगे. लेकिन, आज हुए सभापति के चुनाव में क्रॉस वोटिंग नहीं हुई है. ऐसे में ईटीवी भारत ने उनसे भी बात की.
बता दें कि बूंदी नगर परिषद में कुल 60 वार्ड हैं, कांग्रेस को 28 सीटें मिली थी, जबकि बीजेपी को 24 सीटें यहां मिली थी और करीब 8 निर्दलीय पार्षद जीतकर नगर परिषद पहुंचे थे. मतगणना में दोनों ही पार्टियों ने निर्दलीयों को मिलाकर अपने पक्ष में मतदान करवाया. लेकिन, कांग्रेस की मधु ने निर्दलीय को मना कर सभापति बनने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कांग्रेस की मधु नुवाल को कुल 31 मत मिलने के साथ ही पहली महिला सभापति नियुक्त हुई है.