बूंदी. जिले के नैनवा इलाके में अरण्या गांव में खूनी संघर्ष का मामला सामने आया है. घटना में 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें नैनवां से प्राथमिक उपचार के बाद बूंदी जिला अस्पताल और वहां से कोटा रेफर किया गया है. पुलिस इसे पुराना विवाद बता रही है, जबकि पीड़ित पक्ष चुनावी रंजिश के चलते मारपीट का आरोप लगा रहे हैं.
नैनवा थानाधिकारी सुभाष चंद्र का कहना है कि मामला चुनावी रंजिश का नहीं है. पहले एक रास्ते को प्रशासन ने बहाल करवाया था. इसी रास्ते में बबूल के एक पेड़ को एक पक्ष ने काट दिया, जिसको लेकर विवाद हुआ और दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए. दोनों ही पक्ष चुनावी रंजिश की बात होने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है. गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्तियों में सौभाग मीणा, विनोद, रामविलास, श्यामलाल और रामविलास शामिल हैं.
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घायल पक्ष के गंभीर आरोप : घायल पक्ष के बहादुर का आरोप है कि उनके ऊपर लगातार कांग्रेस को वोट देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था. हमने भारतीय जनता पार्टी का समर्थन इस बार किया और इसलिए इन्होंने हमारे साथ मारपीट की. उन्होंने पहले हमारे चाचा के साथ मारपीट की और उसके बाद 40 से 50 लोगों ने कुल्हाड़ी, गंडासा और लकड़ी से हमला कर दिया.
मंत्री के फोन आने के बाद छोड़ा : उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी पक्ष के एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया था, लेकिन मंत्री का फोन आने पर उसे छोड़ दिया. बहादुर का ये भी आरोप है कि दोपहर 1.30 बजे झगड़ा हुआ, जिसमें सबसे पहले चाचा के साथ मारपीट की गई. तब पुलिस आई और पुलिस के जाने के बाद दोबारा शाम 4.30 बजे 40-50 लोगों ने हमला कर दिया. जब दोबारा पुलिस पहुंची तब घायल लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए गाड़ियों को निकलने दिया.