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बूंदी में नागरिकता के लिए लगा शिविर, 9 लोगों ने किया आवेदन - बूंदी में नागरिकता हेतु शिविर

देश में नागरिक संशोधन बिल लागू होने के बाद बूंदी में भी नागरिकता लेने के लिए कुछ परिवार सामने आए हैं. यहां पर प्रशासन ने इन लोगों के लिए विशेष कैंप का आयोजन किया गया. जिसमें करीब 9 लोगों ने नागरिकता के लिए अप्लाई किया है.

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Published : Dec 13, 2019, 8:56 PM IST

बूंदी. राज्य में निवास कर रहे अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारतीय नागरिक प्रदान करने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी में विशेष कैंप लगाया गया. कैंप में जिले में स्थाईवास के आधार पर निवास कर रहे लोग जो नागरिकता अधिनियम 1955 की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत पात्रता रखते हैं, उन्होंने नागरिकता के लिए अप्लाई किया.

बूंदी में नागरिकता के लिए लगा शिविर

केंद्र सरकार ने हाल ही में ही लोकसभा व राज्यसभा में यह बिल पास हुआ है. जिला कलेक्टर रुकमणी रियार ने एक मौखिक आदेश जारी करते हुए नागरिक संशोधन बिल के तहत नागरिकता लेने के लिए कैंप का आयोजन करवाया गया. जहां पर इस कैंप में बूंदी शहर में रह रहे शरणार्थियों ने भाग लिया आज पहले दिन विशेष कैंप में 9 महिलाएं-पुरुष नागरिकता के लिए आवेदन करने पहुंचें. जहां पर उन्होंने अधिकारियों से बातचीत कर आवेदन किए.

यह भी पढ़ें- बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मिलेगा मुआवजा, CM गहलोत ने दिए आंकलन करने के निर्देश

शरणार्थियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नागरिकता नहीं मिलने के चलते हमारा पहचान पत्र, आधार कार्ड ,राशन कार्ड व बच्चों के पढ़ाई के लिए स्कूल में एडमिशन तक नहीं हो पा रहा था. हम जैसे-तैसे करके हमारी इन वर्षों तक दिनचर्या को चला रहे थे, लेकिन सरकार ने जैसे ही बिल को लागू किया है, तो हमें जल्दी नागरिकता मिले और हमारे आवेदन को स्वीकार लिया जाए. उन्होंने मोदी सरकार की इस बिल की तारीफ भी करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने 2014 में भी इस बिल को लाने के लिए बात कही गई थी और इस बिल को लाया और इस बिल को लागू करवा लिया गया. हमें जल्द से जल्द अपेक्षा है कि वह हमें नागरिकता दिलवाएंगे.

शहर में नागरिकता ले रहे 9 लोगों ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखी कि किस तरीके से अन्य देशों में इनके साथ प्रताड़ना की गई और वे भारत देश लौटे और यहां की नागरिकता मांग रहे हैं. हालांकि इस नागरिकता को लेकर कांग्रेस सरकार ने को स्पष्ट आदेश जिला मुख्यालय पर नहीं भिजवाए हैं. जिसको लेकर प्रशासन ने इस शिविर को लगवाया और नागरिकता के लिए लोगों से अप्लाई भी करवाया. मीडिया से अधिकारी बचते हुए नजर आए और कहते हुए दिखे कि सरकार का हमें कोई आदेश है नहीं तो हम किसी तरीके से मीडिया से बातचीत नहीं कर सकते. जब हमारे पास आदेश देंगे आएंगे तो हम मीडिया से इस मामले में बात करेंगे.

बूंदी. राज्य में निवास कर रहे अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारतीय नागरिक प्रदान करने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी में विशेष कैंप लगाया गया. कैंप में जिले में स्थाईवास के आधार पर निवास कर रहे लोग जो नागरिकता अधिनियम 1955 की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत पात्रता रखते हैं, उन्होंने नागरिकता के लिए अप्लाई किया.

बूंदी में नागरिकता के लिए लगा शिविर

केंद्र सरकार ने हाल ही में ही लोकसभा व राज्यसभा में यह बिल पास हुआ है. जिला कलेक्टर रुकमणी रियार ने एक मौखिक आदेश जारी करते हुए नागरिक संशोधन बिल के तहत नागरिकता लेने के लिए कैंप का आयोजन करवाया गया. जहां पर इस कैंप में बूंदी शहर में रह रहे शरणार्थियों ने भाग लिया आज पहले दिन विशेष कैंप में 9 महिलाएं-पुरुष नागरिकता के लिए आवेदन करने पहुंचें. जहां पर उन्होंने अधिकारियों से बातचीत कर आवेदन किए.

यह भी पढ़ें- बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मिलेगा मुआवजा, CM गहलोत ने दिए आंकलन करने के निर्देश

शरणार्थियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नागरिकता नहीं मिलने के चलते हमारा पहचान पत्र, आधार कार्ड ,राशन कार्ड व बच्चों के पढ़ाई के लिए स्कूल में एडमिशन तक नहीं हो पा रहा था. हम जैसे-तैसे करके हमारी इन वर्षों तक दिनचर्या को चला रहे थे, लेकिन सरकार ने जैसे ही बिल को लागू किया है, तो हमें जल्दी नागरिकता मिले और हमारे आवेदन को स्वीकार लिया जाए. उन्होंने मोदी सरकार की इस बिल की तारीफ भी करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने 2014 में भी इस बिल को लाने के लिए बात कही गई थी और इस बिल को लाया और इस बिल को लागू करवा लिया गया. हमें जल्द से जल्द अपेक्षा है कि वह हमें नागरिकता दिलवाएंगे.

शहर में नागरिकता ले रहे 9 लोगों ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखी कि किस तरीके से अन्य देशों में इनके साथ प्रताड़ना की गई और वे भारत देश लौटे और यहां की नागरिकता मांग रहे हैं. हालांकि इस नागरिकता को लेकर कांग्रेस सरकार ने को स्पष्ट आदेश जिला मुख्यालय पर नहीं भिजवाए हैं. जिसको लेकर प्रशासन ने इस शिविर को लगवाया और नागरिकता के लिए लोगों से अप्लाई भी करवाया. मीडिया से अधिकारी बचते हुए नजर आए और कहते हुए दिखे कि सरकार का हमें कोई आदेश है नहीं तो हम किसी तरीके से मीडिया से बातचीत नहीं कर सकते. जब हमारे पास आदेश देंगे आएंगे तो हम मीडिया से इस मामले में बात करेंगे.

Intro:देश में नागरिक संशोधन बिल लागू होने के बाद बूंदी में भी नागरिकता लेने के लिए कुछ परिवार सामने आए हैं। यहां पर बूंदी में प्रशासन द्वारा नागरिकता लेने के लिए विशेष कैंप का आयोजन किया गया था इसके में आज करीब 9 लोगों ने नागरिकता के लिए अप्लाई किया है और अपनी पीड़ा प्रशासन को बताइए। साथ ही जल्द उन्हें नागरिकता देने की बात प्रशासन ने कही है।

Body:बूंदी। राज्य में निवास कर रहे अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारतीय नागरिक प्रदान करने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी में विशेष कैंप लगाया गया। कैंप में बूंदी जिले में स्थाईवास के आधार पर निवास कर रहे अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य यथा हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी एवं ईसाई जो नागरिकता अधिनियम 1955 की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत पात्रता रखने वाले लोगों को नागरिकता के लिए आवेदन की प्रक्रिया समझाई गई। यहां पर केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में ही लोकसभा एवं राज्यसभा में इस बिल को पास करवा लिया गया था इसको लेकर बूंदी जिला कलेक्टर रुकमणी रियार ने एक मौखिक आदेश जारी करते हुए नागरिक संशोधन बिल के तहत नागरिकता लेने के लिए कैंप का आयोजन करवाया गया। जहां पर इस कैंप में बूंदी शहर में रह रहे शरणार्थियों ने भाग लिया आज पहले दिन विशेष कैंप में 9 महिलाएं- पुरुसो नागरिकता के लिए आवेदन करने पहुंचें जहां पर उन्होंने अधिकारियों से बातचीत कर आवेदन किए । अधिकारियों द्वारा भी नागरिकता लेने के लिए शरणार्थियों को आवेदन प्रक्रिया के बारे में बताया गया। यहां पर शरणार्थियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम काफी लंबे समय से हिंदुस्तान में रह रहे हैं और इससे पहले हम पाकिस्तान एवं बांग्लादेश सहित के अन्य इलाकों में रहते थे जहां पर धर्म परिवर्तन सहित कई प्रकार की कुर्ता हमारे साथ की जाती थी और उन कुर्ता से परेशान होकर हम कुछ वर्षों पहले हिंदुस्तान आ गए और बूंदी में रह रहे हैं। हाल ही में ही मोदी सरकार द्वारा जो बिल लाया गया है उसे हमें खुशी है और हमें भारत की नागरिकता मिल जाएगी तो हमें यहां पर काफी राहत महसूस होगी। उन्होंने कहा कि हमें नागरिकता नहीं मिलने के चलते हमारा पहचान पत्र, आधार कार्ड ,राशन कार्ड एवं बच्चों के पढ़ाई के लिए स्कूल में एडमिशन तक नहीं हो पा रहा था हम जैसे तैसे करके हमारी इन वर्षों तक दिनचर्या को चला रहे थे। लेकिन सरकार ने जैसे ही बिल को लागू किया है तो हमें जल्दी नागरिकता मिले और हमारे आवेदन को स्वीकार लिया जाए। उन्होंने मोदी सरकार की इस बिल की तारीफ भी करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने 2014 में भी इस बिल को लाने के लिए बात कही गई थी लेकिन मोदी सरकार ने इस बिल को लाया और इस बिल को लागू करवा लिया गया हमें जल्द से जल्द अपेक्षा है कि वह हमें नागरिकता दिलवाएंगे ।

Conclusion:बूंदी में नागरिकता ले रहे 9 जनों ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखी और किस तरीके से अन्य देशों में इनके साथ प्रताड़ना की गई और व् भारत देश लौटे और यहां की नागरिकता मांग रहे हैं। हालांकि इस नागरिकता को लेकर कांग्रेस सरकार ने को स्पष्ट आदेश जिला मुख्यालय पर नहीं भिजवाए हैं जिसको लेकर प्रशासन ने इस शिविर को लगवाया और नागरिकता के लिए लोगों से अप्लाई भी करवाया। लेकिन मीडिया से अधिकारी बचते हुए नजर आए और कहते हुए दिखे कि सरकार का हमें कोई आदेश है नहीं तो हम किसी तरीके से मीडिया से बातचीत नहीं कर सकते। जब हमारे पास आदेश देंगे आएंगे तो हम मीडिया से इस मामले में बात करेंगे।

बाईट - रणवीर सोलंकी , षणार्थी
बाईट - चिराग , षणार्थी
बाईट - मंजू बिलोची , षणार्थी



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