बूंदी. पूरे देश में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन के कारण कई इंडस्ट्री सहित बाजार बंद है. जिसका नुकसान कई दुकानदारों को झेलना पड़ा है. बूंदी में मिष्ठान भंडारों के कारोबारियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. अचानक से लॉकडाउन की खबर के बाद से दुकानदारों को माल खपत का मौका नहीं मिला. ऐसे में त्योहारों की तैयारियों में ज्यादा माल बनाए बैठे दुकानदारों को बहुत अधिक नुकसान सहना पड़ रहा है.
बूंदी के मिठाई व्यापारियों ने रामनवमी, बैसाखी, महावीर जयंती, शब ए बारात की सहित कई त्योहारों को लेकर अच्छी तैयारी की थी. लेकिन अचानक से लॉकडाउन हुआ तो व्यापारी माल बेच नहीं पाए. माल नष्ट होने की कगार पर आने लगा तो धीरे धीरे कर सभी दुकानदारों ने अपने कच्चे माल को और मिठाइयों को नष्ट करना शुरू कर दिया.
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जानकार सूत्रों की माने तो बूंदी में रोज दो से ढाई लाख रुपए की मिठाई की बिक्री हो जाती है. लेकिन सारा कारोबार ठप हो गया है. माल का नुकसान तो दुकानदारों का हुआ ही है. साथ में उनकी बिक्री का भी नुकसान उन्हें उठाना पड़ा है. मिठाई और कचोरी, समोसा की दुकान संचालकों ने बताया कि अचानक से हुआ लॉकडाउन से लाखों रुपए का नुकसान हो गया है. हमें सूचना दी जाती तो हम इस माल को कहीं ना कहीं खपत कर देते. लेकिन जो भी हुआ वह अच्छा हुआ, जीवन से बड़ा कुछ नहीं है.
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बूंदी में मिष्ठान भंडार संचालक जगदीश राजपुरोहित ने बताया कि दुकानों में मावे, बेसन और कई प्रकार की मिठाइयां तैयार की हुई थी. पहले सोचा था कि 1 दिन का जनता कर्फ्यू रहेगा, लेकिन यह लॉकडाउन उसी दिन आगे बढ़ गया. बाद में इसकी अवधि भी और बढ़ा दी गई. जिसके कारण मिठाई खराब हो गई अब में लाखों का नुकसान हुआ है. वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से भी खाद्य सामग्री की दुकानों को चेताया गया था कि, वह इस प्रकार के खाद्य सामान को नष्ट कर दें. उनकी बिक्री नहीं करें. उस चेतावनी के साथ ही दुकानदारों ने अपनी सामग्रियों को नष्ट करना शुरू कर दिया. कुछ जगहों पर तो लॉकडाउन के साथ ही बाहर से जो मजदूर आए थे वह चले गए. ऐसे में कार्य भी प्रभावित हुआ है.