बूंदी. जिले के लाखेरी में बस हादसे में 24 लोगों की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने पूर्व विधायक और वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री बाबूलाल वर्मा पर हमला कर दिया. यहां पर बाबूलाल वर्मा हादसे की जानकारी लेने के लिए मौके पर पहुंचे थे. तभी वहां पर गुस्साई भीड़ ने उन्हें घेर लिया और उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया.
कुछ लोगों ने पत्थर भी फेंक कर गाड़ी के कांच को तोड़ दिया और उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. आसपास के कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीच-बचाव कर वहां से निकाला. करीब आधे घंटे तक चले हंगामे के बाद पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा जैसे-तैसे कर अपनी जान बचाकर वहां से बाहर निकले.
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इस मामले में है कि ईटीवी से बातचीत में पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा ने कहा है कि जो हादसा हुआ है, वह बहुत ही दर्दनाक हादसा हुआ है. मेरे कार्यकाल में उस सड़क का नया निर्माण हुआ था और जिले में जितने भी पुलिया बनी है, उन पुलिया को मैंने मेरे कार्यकाल में पूरा करवाया था. लेकिन मैं जैसे ही लाखेरी पुलिया पर पहुंचा, तो वहां पर असामाजिक तत्वों ने मुझ पर हमला कर दिया. मेरे साथ मारपीट करने की कोशिश कर मेरी गाड़ी को तोड़फोड़ करने की कोशिश की है.
साथ ही बताया कि पास में जिला कलेक्टर-एसपी और डीवाईएसपी मौजूद था. उनकी मौजूदगी में मेरे पर हमला हुआ किसी ने भी मेरी जान बचाने की कोशिश नहीं की. मैं एक जनप्रतिनिधि हूं और मेरे साथ इस तरीके से असामाजिक तत्वों द्वारा व्यवहार कर दिया गया और वह खड़े-खड़े देखते रहे.
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इस मामले में पूरी तरह से निंदा करता हूं. मेरा काम जनप्रतिनिधि का है और आमजन के साथ खड़ा होना है. किस कारण से हादसा हुआ क्या कारण थे यह मेरी जानकारी में नहीं आया है. लेकिन में हादसे की निंदा करता हूं और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करता हूं.
बता दें कि गुस्साई भीड़ का आरोप था कि पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा के कार्यकाल में लोगों ने मांग की थी कि मेज नदी की पुलिया को चौड़ा करवाया जाए ऊंचा करवाया जाए. लेकिन इस पुलिया को ऊंचा नहीं करवाया गया, ना ही उसको चौड़ा करवाया गया. जिसका बाद बुधवार को पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा जब पुलिया पर पहुंचे, तो लोगों ने आक्रोश जताया और मंत्री के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. बीच-बचाव कर मंत्री वापस उल्टे पैर लौटे.