बारां. बारां. बूंदी एसीबी की टीम ने बुधवार को बारां जिले में कार्रवाई करते हुए (Bundi ACB Big Action) जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के केलवाड़ा के कनिष्ठ अभियंता को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी के पहले जेईएन विक्रम मीणा ने जमकर उत्पात मचाया. रिश्वत की राशि को टॉयलेट में डाल दिया और फ्लश चला दिया, जिसमें एसीबी को इस राशि की रिकवरी में ही पसीने आ गए.
दूसरी तरफ उसने एसीबी टीम पर हमला भी कर दिया, जिसमें एसीबी जवान के शरीर पर कई जगह काट लिया व मारपीट की है. वहीं, इस कार्रवाई में शामिल रहे स्वतंत्र गवाह का भी मोबाइल तोड़ दिया. हालांकि, बाद में एसीबी की टीम ने उसे सख्ती करते हुए दबोच लिया और बैठा लिया, जिसके बाद मौके पर कार्रवाई जारी है.
एसीबी बूंदी के सीआई ताराचंद ने बताया कि उन्हें परिवादी ओमप्रकाश पुत्र बाबूलाल ने शिकायत दी थी, जिसमें बताया कि 31 अक्टूबर को उसके खेत पर लगे हुए ट्रांसफार्मर को जेईएन विक्रम मीणा बकाया बिल के चलते खोल कर ले आया था. जिसका बिल उसने 1 नवंबर को जमा करा दिया, लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं लौटाया जा रहा था. ओमप्रकाश ने शिकायत में यह भी बताया कि विक्रम मीणा उससे इसकी एवज में 40 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है.
हालांकि, उसने गरीब होने का हवाला दिया तब यह राशि 25 हजार रुपए की गई. इस शिकायत के सत्यापन में बुधवार सुबह 10 हजार रुपए विक्रम मीणा ने केलवाड़ा कस्बे में ही किराए के मकान में परिवादी ओमप्रकाश से ले लिए थे. एसीबी टीम ने इसके लिए आज ही ट्रैप का जाल बिछाया। सत्यापन के कुछ देर बाद ही टीम ने परिवादी को रिश्वत की राशि 15000 रुपए देकर भेजा, जिन्हें विक्रम मीणा ने ले लिया.
एसीबी टीम को देखकर विक्रम मीणा ने शौचालय में जाकर फेंक दी और फ्लश चला दिया. बाद में बाहर आकर (assistant engineer of electricity department) एसीबी टीम पर हमला कर दिया. मारपीट करने और मोबाइल तोड़ने के मामले में भी एसीबी की टीम ने स्थानीय थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दी है. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने पूरी राशि भी रिकवर कर ली है.