बूंदी. सामान्य चिकित्सालय में अस्थि रोग विशेषज्ञ ओपी मालव को बूंदी एसीबी ने 5000 रुपये की रिश्वत लेने के मामले में सोमवार को मेडिकल संचालक सहित कोटा एसीबी कोर्ट में पेश किया. जहां दोनों आरोपियों को 22 जून तक के लिए जेल भेज दिया गया है. ऐसे में एसीबी बूंदी की ओर से आरोपी चिकित्सक का कोरोना टेस्ट लिया गया, क्योंकि आरोपी चिकित्सक की ओर से कार्रवाई करने तक 10 लोगों का इलाज किया था.
साथ ही एसीबी ने चिकित्सक का कोरोना टेस्ट लेकर जेल के क्वॉरेंटाइन सेंटर में आरोपी चिकित्सक और मेडिकल संचालक को रखा गया है. बता दें कि लाडपुरा निवासी लोकेश मीणा का पैर फेक्चर हो जाने पर चिकित्सक ने ऑपरेशन करने की एवज में 20,000 रुपये की मांग की थी. चिकित्सक मालव ने 15,000 रुपये में मामला तय किया. जिस पर बूंदी एसीबी ने रविवार को सुबह 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए चिकित्सक और मेडिकल संचालक को गिरफ्तार किया था. जिन्हें सोमवार को कोटा एसीबी कोर्ट में पेश किया, जहां दोनों को कोर्ट ने 15 दिन के लिए जेल भेज दिया है.
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उक्त आरोपी ने पहले भी वर्ष 2016 में टोंक जिले में रिश्वत मांगी थी, जिसके चलते एसीबी ने आरोपी को टोंक में रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. बूंदी में फिर से आरोपी चिकित्सक ने अपना ईमान बिगाड़ दिया और बूंदी में भी भ्रष्टाचार का खेल शुरू कर दिया. इस बार एसीबी ने अंकुश लगाने की कार्रवाई की है. वहीं एसीबी का चिकित्सक के विरुद्ध छानबीन अभियान जारी है. एसीबी आरोपी चिकित्सक की संपत्ति का ब्यौरा खंगालने में जुटी हुई है.