बूंदी. जिले की भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए धोवड़ा ग्राम विकास अधिकारी को 44 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. ग्राम विकास अधिकारी विकास कार्यों के बिल पास करने की एवज में यह राशि मांग रहे थे. इस पर बूंदी एसीबी टीम ने पुलिस उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए ग्राम विकास अधिकारी नीरज शर्मा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
बूंदी एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने बताया कि परिवादी की पत्नी ममता मीणा ग्राम पंचायत धोवड़ा की सरपंच है. उन्होंने बताया कि आरोपी नीरज शर्मा सरपंच पति परिवादी से ग्राम नेत में खरंजा निर्माण कार्य और मुंशी मीणा के कुंए के रास्ते से पुल निर्माण का कार्य के बिल को पास करने की एवज में रिश्वत मांगी थी.
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उन्होंने बताया कि बिल राशि 4 लाख रुपए के कमीशन के तौर पर 7 फीसदी के हिसाब से 28 हजार रुपए की मांग की थी. साथ ही ग्राम पंचायत के जनता जल योजना अंतर्गत निर्माण कार्य और अन्य कार्यों के बिलों की कमीशन के तौर पर 16 हजार रुपए रिश्वत की मांग की है. वहीं, रिश्वत नहीं देने पर कार्यों का बिल अटकाने और एमबी नहीं बनाने की धमकी दी है.
मामले की शिकायत परिवादी ने 1 जनवरी को बूंदी एसीबी में की थी. इस पर बूंदी एसीबी ने इसका सत्यापन करवाया और सत्यापन की पुष्टि होने पर बुधवार को आरोपी को 44 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. बता दें कि सरपंच पति कालू लाल मीणा ने बूंदी एसीबी से शिकायत की थी, इस पर बूंदी एसीबी ने यह कार्रवाई की है.
बूंदी एसीबी ने यह कार्रवाई शहर के रेड क्रॉस भवन के पास की है. बता दें कि यहां पर आरोपी ग्राम विकास अधिकारी नीरज शर्मा कार में बैठकर परिवादी से रिश्वत ले रहा था, तभी बूंदी एसीबी को परिवादी का इशारा मिला तो एसीबी ने कार में ही ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, बूंदी एसीबी की कार्रवाई जारी है. वहीं, गुरुवार को आरोपी ग्राम विकास अधिकारी को कोर्ट में पेश किया जाएगा.