बूंदी. जिले में एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ और एक निजी मेडिकल संचालक को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह मामला गायत्री नगर मेडिकल स्टोर का है. गिरफ्तार आरोपियों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है.
एसीबी के उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने बताया कि लाडपुरा निवासी एक युवक के रिश्तेदार का पैर फैक्चर हो जाने के कारण उसे बूंदी के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. पंडित बृज सुंदर शर्मा सामान्य अस्पताल बूंदी के अस्थि रोग विशेषज्ञ ओमप्रकाश धाकड़ ने पीड़ित लोकेश के पैर का ऑपरेशन करने को कहा. डॉक्टर ने यह ऑपरेशन अपने निजी अस्पताल देवली से करवाने को लेकर मरीज के परिजनों पर दबाव बनाया और बदले में 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की.
पीड़ित ने की थी एसीबी से शिकायत
इसके बाद जब मरीज के परिजनों ने आर्थिक स्थिति का हवाला दिया, तो डॉक्टर ने 15 हजार रुपए ही देने को कहा. भ्रष्ट डॉक्टर ने पहली किस्त के रूप में मरीज से 5 हजार रुपए ले भी लिए. इसके बाद इसकी शिकायत पीड़ित परिवार ने एसीबी से कर दी.
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एसीबी ने बिछाया जाल
सूचना मिलने पर बूंदी एसीबी ने जब मामले की जांच की, तो डॉक्टर द्वारा ऐसा करने सही पाया गया. ऐसे में एसीबी की टीम ने रविवार को एक जाल बिछाया और दूसरी किस्त देने के लिए गायत्री नगर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर मेडिकल संचालक और डॉक्टर को बुलवाया. इसके बाद जब दोनों मेडिकल स्टोर पहुंचे, तो एसीबी ने दोनों को 5 हजार की राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
बूंदी में इस घटना से एक डॉक्टर का क्रूर चेहरा सामने आया है. पैसों की लालच में डॉ. ने पीड़ित का तब तक ऑपरेशन नहीं किया, जब तक उसे पैसे नहीं मिल गए. मरीज 4 से 5 दिनों तक अस्पताल में ही तड़पता रहा. फिलहाल बूंदी एसीबी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. एसीबी की अलसुबह इस कार्रवाई से बूंदी अस्पताल में हड़कंप मच गया है. दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.