बूंदी. कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का विवाद अभी शांत नहीं हुआ है कि फिर से बच्चों की मौत का मामला बूंदी में सामने आया है. जिले में एक महीने में 10 बच्चों की मौत हो गई, लेकन इन आंकड़ों को अस्पतला प्रशासन छुपाए बैठा था. वहीं, शुक्रवार को जब अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने जैसे ही अस्पताल का दौरा किया और आंकड़ें जाने तो एक महीने में 10 बच्चों की मौत अस्पताल में होने की बात सामने आई, यह सभी मौतें एसएनसीयू वार्ड में हुई है.
मामले को लेकर चिकित्सा विभाग का कहना है कि सभी बच्चे ग्रामीण इलाके से हमारे पास आए थे और एक महीने में सभी बच्चों की मौत हुई है. ड्यूटी इंचार्ज हितेश सोनी ने बताया कि किसी बच्चे का वजन कम था तो किसी के मुंह में गंदा पानी चला गया था, तो किसी की मुंह में संक्रमण के कारण मौत हुई है. उन्होंने कहा कि अस्पतला प्रशासन की लापरवाही से बच्चों की मौत नहीं हुई है.
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वहीं, मामले को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने रिपोर्ट ली है. साथ ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वह सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें. साथ ही अस्पताल में किसी प्रकार का कोई संक्रमण नहीं हो इसका ध्यान रखें. इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरतें इसको लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं.