बीकानेर. बज्जू थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत भूरासर की रोही में टूटे विद्युत लाइन के तार से किसान की करंट लगने से मौत हो गई. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को नहीं उठाया और विभाग की लापरवाही को लेकर धरने पर बैठ गए. करीब 30 घंटे बाद प्रशासन और ग्रामीणों के बीच सहमति बनी, जिसके बाद परिजन शव लेने को तैयार (Villagers end protest in death case) हुए.
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भूरासर की रोही के चक 24 केएलडी में तीन-चार दिन से 11 केवी विद्युत लाइन का तार टूटकर नीचे गिर हुआ था. इसे ठीक कराने के लिए गांव का सहीराम कुम्हार (48) कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंचा. उसने तार को हटाने के लिए पकड़ा, तो जोरदार करंट आया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग के अधिकारियों ने लाइन के बंद होने की जानकारी दी, लेकिन लाइन चालू थी और करंट आने से सहीराम की मौत हो गई. इस मामले में विद्युत विभाग पर लापरवाही को लेकर परिजन, सरपंच सहित ग्रामीण मौके पर धरने पर बैठ गए और विभाग से मुआवजा राशि व लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे.
पढ़ें: Jaisalmer Shepherd Murder Case : 30 घंटे के बाद टूटा गतिरोध...इन तीन मांगों पर बनी सहमति...
इसकी सूचना पर बज्जू उपखण्ड अधिकारी हरिसिंह शेखावत, थानाधिकारी भूपसिंह सारण, तहसीलदार रमण दान, विद्युत विभाग के सहायक अभियंता रामसिंह मीणा मौके पर पहुंचे. लम्बे गतिरोध के बाद शुक्रवार को परिजनों व ग्रामीणों से वार्ता के बाद लाइनमैन को निलंबित करने, अन्य अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा करने, मृतक आश्रित को संविदा नौकरी देने के और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर सहमति बनी. इसके बाद परिजन शव लेने को तैयार हुए. इससे पहले चले विरोध प्रदर्शन में आरएलपी नेता सुरेश बिश्नोई, सरपंच गणपत सिंह सोढा, कमलसिंह सोढा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.