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राजे का गहलोत और पायलट पर व्यंग्य, एक कुर्सी पर बैठना चाहता है तो दूसरा उतरना नहीं चाहता

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे रविवार को बीकानेर दौरे (Vasundhara Raje Bikaner Tour) पर रहीं. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर व्यंग्य (Raje Satire on Gehlot and Pilot) कसा. उन्होंने कहा कि पिछले 4 सालों में राजस्थान विकास के मामले में पिछड़ गया है.

Vasundhara in Bikaner
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Published : Oct 10, 2022, 9:27 AM IST

बीकानेर. देव दर्शन यात्रा के लिए 2 दिन के बीकानेर के दौरे (Vasundhara Raje Bikaner Tour) पर आईं पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने रविवार को देशनोक करणी माता मंदिर में दर्शन करने के बाद मुकाम में गुरु जंभेश्वर की समाधि पर धोक लगाई. मुकाम से राजे सीधे बीकानेर पहुंची जहां प्राचीन जूनागढ़ किले में गढ़ गणेश मंदिर में पूजा अर्चना की और इस दौरान गढ़ में स्थित मां चामुंडा और करणी माता के मंदिर में दर्शन किए.

जनसभा को संबोधित करते हुए राजे ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर व्यंग्य (Raje Satire on Gehlot and Pilot) कसा. राजे ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि 2 साल से राजस्थान में कुर्सी का खेल चल रहा है और एक कुर्सी पर बैठना चाह रहा है तो दूसरा कुर्सी से उतरना नहीं चाह रहा. दरअसल, देव दर्शन यात्रा को लेकर बीकानेर के दौरे पर आईं राजे रविवार को जूनागढ़ में गढ़ गणेश मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद जूनागढ़ किले के सामने रखी गई जनसंवाद सभा में बोल रही थीं. जनसंवाद सभा में बोलते हुए राजे ने कहा कि पिछले 4 सालों में राजस्थान विकास के मामले में पिछड़ गया है और सरकार 2 साल तक पूरी तरह से कोरोना महामारी से बाहर नहीं निकली और अब 2 साल से कुर्सी का खेल चल रहा है.

राजे का गहलोत और पायलट पर व्यंग्य

सूरसागर का उठाया मुद्दा- इस दौरान मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राजे ने अपने समय में हुए विकास कार्यो को गिनाते हुए कहा कि बीकानेर के विकास में हमेशा मैंने रुचि रखी है और यहां की सड़कों को चौड़ा करने का काम हो या फिर सूरसागर की सौंदर्यकरण की बात. अभी मैंने सूरसागर की हालात को देखा है और वह पूरी तरह से सूख गया है. जनसंवाद सभा को संबोधित करने के बाद राजे सूरसागर का निरीक्षण करने भी पहुंची. इस दौरान बीकानेर में तीन-तीन मंत्री होने के बावजूद सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे होने को लेकर राजे ने कहा कि यहां विकास रुक गया है और हमें फिर से राजस्थान में और बीकानेर में भी विकास करवाना है ताकि यहां पर्यटक ज्यादा से ज्यादा आए और वे अपने देश और प्रदेश में जाकर बीकानेर का जिक्र करें.

पढ़ें- Vasundhara Bikaner Tour : राजे ने सीएम गहलोत को कहा 'विश्वासघाती'...इशारों-इशारों में कही यह बड़ी बात

मेहनत करनी होगी- देशनोक की तरह एक बार फिर जूनागढ़ के सामने आयोजित जनसंवाद सभा में भी राजे ने मौजूद लोगों को कमर कसने का आह्वान करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करते हुए हमें भाजपा परिवार को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने के लिए काम करना है और उसके लिए हमें अभी कड़ी मेहनत करनी होगी.

नहीं हुई भाटी की वापसी- लगातार वसुंधरा राजे के दौरे के दौरान पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की वापसी की चर्चा भी चर्चा तक ही सीमित रही. दरअसल पहले माना जा रहा था कि पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की घर वापसी वसुंधरा राजे के बीकानेर दौरे के दौरान होगी. इसको लेकर जूनागढ़ के सामने बड़ी संख्या में भाटी के समर्थक आयोजित जनसंवाद सभा में पहुंचे भी थे, लेकिन भाटी के भाजपा में शामिल होने को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई. माना जा रहा है कि जयपुर में 11 अक्टूबर को प्रदेश प्रभारी और अन्य प्रदेश स्तरीय नेताओं की मौजूदगी में विधिवत रूप से पार्टी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इसको लेकर अभी तक भाटी की ओर से कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा है कि मेरी विचारधारा शुरू से ही कांग्रेस विरोधी रही है.

कई नेता आए नजर तो संगठन रहा नदारद- जूनागढ़ के सामने आयोजित जनसंवाद सभा में भी मंच पर सिर्फ वसुंधरा राजे के बैठने की व्यवस्था की गई थी. हालांकि राजे मंच पर रखे सोफे पर नहीं बैठी और खड़ा होकर अपना उद्बोधन दिया. इस दौरान मंच पर गंगानगर सांसद निहालचंद, पूर्व सांसद राहुल कस्वा, राजे के पुत्र और झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, बीकानेर पूर्व से विधायक सिद्धि कुमारी, पूर्व यूआईटी चैयरमैन महावीर रांका सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे. वहीं, पूर्व मंत्री रामप्रताप भी जनसंवाद सभा में नजर आए. हालांकि, बीकानेर शहर और देहात भाजपा के संगठन के पदाधिकारी और अध्यक्ष वहां नजर नहीं आए. जूनागढ़ के सामने आयोजित जनसंवाद सभा भी पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की अगुवाई में आयोजित की गई थी और भाटी मंच के नीचे बैठकर पूरी व्यवस्थाओं को देख रहे थे.

पढ़ें- चार साल कैसे निकले पता ही नहीं चला, क्योंकि ईश्वर, संत और जनता का साथ था -वसुंधरा राजे

भाटी ने दिखाई ताकत- दरअसल, पहले से ही यह तय माना जा रहा था कि 9 अक्टूबर को राजे की सभा के दौरान पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी भाजपा में शामिल होंगे. लेकिन माना जा रहा है कि उसको लेकर पूरी प्रक्रिया नहीं होने के चलते भाटी की रविवार को भाजपा में घर वापसी की औपचारिकता नहीं हो पाई. लेकिन बावजूद उसके देवी सिंह भाटी ने जूनागढ़ के सामने और देशनोक में आयोजित जनसंवाद सभा में भारी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाई. इस दौरान वसुंधरा राजे के संबोधन के दौरान भी लगातार देवी सिंह भाटी के समर्थक उनके पक्ष में नारे लगाते नजर आए.

बीकानेर. देव दर्शन यात्रा के लिए 2 दिन के बीकानेर के दौरे (Vasundhara Raje Bikaner Tour) पर आईं पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने रविवार को देशनोक करणी माता मंदिर में दर्शन करने के बाद मुकाम में गुरु जंभेश्वर की समाधि पर धोक लगाई. मुकाम से राजे सीधे बीकानेर पहुंची जहां प्राचीन जूनागढ़ किले में गढ़ गणेश मंदिर में पूजा अर्चना की और इस दौरान गढ़ में स्थित मां चामुंडा और करणी माता के मंदिर में दर्शन किए.

जनसभा को संबोधित करते हुए राजे ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर व्यंग्य (Raje Satire on Gehlot and Pilot) कसा. राजे ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि 2 साल से राजस्थान में कुर्सी का खेल चल रहा है और एक कुर्सी पर बैठना चाह रहा है तो दूसरा कुर्सी से उतरना नहीं चाह रहा. दरअसल, देव दर्शन यात्रा को लेकर बीकानेर के दौरे पर आईं राजे रविवार को जूनागढ़ में गढ़ गणेश मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद जूनागढ़ किले के सामने रखी गई जनसंवाद सभा में बोल रही थीं. जनसंवाद सभा में बोलते हुए राजे ने कहा कि पिछले 4 सालों में राजस्थान विकास के मामले में पिछड़ गया है और सरकार 2 साल तक पूरी तरह से कोरोना महामारी से बाहर नहीं निकली और अब 2 साल से कुर्सी का खेल चल रहा है.

राजे का गहलोत और पायलट पर व्यंग्य

सूरसागर का उठाया मुद्दा- इस दौरान मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राजे ने अपने समय में हुए विकास कार्यो को गिनाते हुए कहा कि बीकानेर के विकास में हमेशा मैंने रुचि रखी है और यहां की सड़कों को चौड़ा करने का काम हो या फिर सूरसागर की सौंदर्यकरण की बात. अभी मैंने सूरसागर की हालात को देखा है और वह पूरी तरह से सूख गया है. जनसंवाद सभा को संबोधित करने के बाद राजे सूरसागर का निरीक्षण करने भी पहुंची. इस दौरान बीकानेर में तीन-तीन मंत्री होने के बावजूद सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे होने को लेकर राजे ने कहा कि यहां विकास रुक गया है और हमें फिर से राजस्थान में और बीकानेर में भी विकास करवाना है ताकि यहां पर्यटक ज्यादा से ज्यादा आए और वे अपने देश और प्रदेश में जाकर बीकानेर का जिक्र करें.

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मेहनत करनी होगी- देशनोक की तरह एक बार फिर जूनागढ़ के सामने आयोजित जनसंवाद सभा में भी राजे ने मौजूद लोगों को कमर कसने का आह्वान करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करते हुए हमें भाजपा परिवार को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने के लिए काम करना है और उसके लिए हमें अभी कड़ी मेहनत करनी होगी.

नहीं हुई भाटी की वापसी- लगातार वसुंधरा राजे के दौरे के दौरान पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की वापसी की चर्चा भी चर्चा तक ही सीमित रही. दरअसल पहले माना जा रहा था कि पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की घर वापसी वसुंधरा राजे के बीकानेर दौरे के दौरान होगी. इसको लेकर जूनागढ़ के सामने बड़ी संख्या में भाटी के समर्थक आयोजित जनसंवाद सभा में पहुंचे भी थे, लेकिन भाटी के भाजपा में शामिल होने को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई. माना जा रहा है कि जयपुर में 11 अक्टूबर को प्रदेश प्रभारी और अन्य प्रदेश स्तरीय नेताओं की मौजूदगी में विधिवत रूप से पार्टी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इसको लेकर अभी तक भाटी की ओर से कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा है कि मेरी विचारधारा शुरू से ही कांग्रेस विरोधी रही है.

कई नेता आए नजर तो संगठन रहा नदारद- जूनागढ़ के सामने आयोजित जनसंवाद सभा में भी मंच पर सिर्फ वसुंधरा राजे के बैठने की व्यवस्था की गई थी. हालांकि राजे मंच पर रखे सोफे पर नहीं बैठी और खड़ा होकर अपना उद्बोधन दिया. इस दौरान मंच पर गंगानगर सांसद निहालचंद, पूर्व सांसद राहुल कस्वा, राजे के पुत्र और झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, बीकानेर पूर्व से विधायक सिद्धि कुमारी, पूर्व यूआईटी चैयरमैन महावीर रांका सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे. वहीं, पूर्व मंत्री रामप्रताप भी जनसंवाद सभा में नजर आए. हालांकि, बीकानेर शहर और देहात भाजपा के संगठन के पदाधिकारी और अध्यक्ष वहां नजर नहीं आए. जूनागढ़ के सामने आयोजित जनसंवाद सभा भी पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की अगुवाई में आयोजित की गई थी और भाटी मंच के नीचे बैठकर पूरी व्यवस्थाओं को देख रहे थे.

पढ़ें- चार साल कैसे निकले पता ही नहीं चला, क्योंकि ईश्वर, संत और जनता का साथ था -वसुंधरा राजे

भाटी ने दिखाई ताकत- दरअसल, पहले से ही यह तय माना जा रहा था कि 9 अक्टूबर को राजे की सभा के दौरान पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी भाजपा में शामिल होंगे. लेकिन माना जा रहा है कि उसको लेकर पूरी प्रक्रिया नहीं होने के चलते भाटी की रविवार को भाजपा में घर वापसी की औपचारिकता नहीं हो पाई. लेकिन बावजूद उसके देवी सिंह भाटी ने जूनागढ़ के सामने और देशनोक में आयोजित जनसंवाद सभा में भारी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाई. इस दौरान वसुंधरा राजे के संबोधन के दौरान भी लगातार देवी सिंह भाटी के समर्थक उनके पक्ष में नारे लगाते नजर आए.

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