बीकानेर. जिले में रविवार को राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने गाय के गोबर से दीये और मूर्तियां बनाने की अनूठी पहल शुरू की है. इससे दूध न देने वाली गायों के संरक्षण में मदद तो मिलेगी साथ दीपोत्सव के मौके पर देशवासी चीन से आयातित रंग बिरंगी लाइटस की जगह लोग इन इको फ्रेंडली दीपकों से अपने घरों को जगमगा सकते है.
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के संयोजक अनूप गहलोत ने बताया कि गुजरात में गाय के गोबर से बड़े पैमाने पर मशीनों और सांचों के जरिए दीपक और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां तैयार की गई हैं. हमारा लक्ष्य है कि प्रदेश के 33 जिलों में 33 लाख दीपक को ग्राहकों को उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाए. इसके साथ राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 33 करोड़ दीये बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
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बीकानेर में इस अभियान से लगभग 1 लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि आयोग के इस काम से गौरक्षा और गाय के कल्याण को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने बताया कि यह कदम गायों की रक्षा करके उन्हें उपयोगी बनाने में मदद करेगा. वहीं आयोग के इस कदम से बड़ी संख्या में ग्रामीण लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा. उन्होंने बताया कि मौजूदा हालत में भारत-चीन सीमा विवाद चल रहा है. राष्ट्रीय कामधेनु आयोग का यह कदम चाइना पर सर्जिकल स्ट्राइक से कम नहीं होगा.