बीकानेर. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल मंगलवार को एक दिन के बीकानेर के दौरे पर रहे. इस दौरान मेघवाल ने अलग-अलग कार्यक्रम में भाग लिया. वहीं, मीडिया से बात करते हुए मंत्री मेघवाल ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर (Arjun Meghwal Targets Congress) निशाना साधा. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी टारगेट करते हुए कहा कि यदि उनसे कुर्सी नहीं संभल रही है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
पेपर लीक को लेकर बोले : मेघवाल ने कहा कि बेरोजगारों के साथ प्रदेश में छलावा हो रहा (RPSC Paper Leak Case) है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गृहमंत्री हैं और उनसे प्रदेश की शासन व्यवस्था नहीं संभल रही है. इस सरकार के कार्यकाल में यह 16वीं बार ऐसा हुआ है, जब किसी परीक्षा का पेपर लीक हुआ हो. उन्होंने कहा कि यदि उनसे कुर्सी नहीं संभल रही है तो उन्हें कुर्सी खाली करनी चाहिए, कोई दूसरा इसे संभाल लेगा. जब सरकार अस्थिर होती है तो कानून-व्यवस्था चौपट हो जाती है. इस सरकार में यह सब देखने को मिल रहा है.
भाजपा कर रही तैयारी : विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा की तैयारियों को लेकर मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि भाजपा तैयारी कर रही है और निचले (Meghwal asks CM Gehlot to Resign) स्तर से लेकर संगठन स्तर पर कार्यकर्ता जुटे हुए हैं. जिस तरह से 4 साल में इस सरकार के कुशासन ने जनता को त्रस्त किया है, उसका हिसाब 2023 में राजस्थान की जनता भाजपा को जीताकर लेगी.
राहुल की यात्रा पर तंज : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर एक बार फिर मंत्री अर्जुन मेघवाल ने तंज कसते हुए कहा कि इस यात्रा का नाम ही गलत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और कार्यों से पूरे देश का नाम विश्व भर में हो रहा है. भारत पहले से ही जुड़ा हुआ है. इनको कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए जो कि इनसे जुड़ नहीं रही है.
दो गुटों की सरकार : अर्जुन मेघवाल ने प्रदेश सरकार और कांग्रेस में फूट पर बोलते हुए कहा कि यह सरकार पहले दिन से ही दो गुटों में बंटी हुई थी. एक गुट अशोक गहलोत और दूसरा सचिन पायलट का बनकर कांग्रेस राजस्थान में सरकार चला रही है.
विपक्ष का नेता कौन : अर्जुन मेघवाल ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में कई बार फ्लोर टेस्ट के दौरान इस बात को देखा गया कि कांग्रेस की अगुवाई में दूसरे दल आना नहीं चाहते हैं. किसी दूसरे दल की अगुवाई में कोई तीसरा दल नहीं मानता. विपक्षी दलों में नेता बनने की होड़ है. पहले इनको खुद का नेता चुनना चाहिए.