बीकानेर. संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में अब चिकित्सकों के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. कुछ महीने पहले बीकानेर में स्थापित हुए आचार्य महाप्रज्ञ बोनमेरो ट्रांसप्लांट सेंटर में सोमवार को एक मरीज के सफल बोनमेरो ट्रांसप्लांटेशन के बाद उसे डिस्चार्ज किया गया.
इस बारे में जानकारी देते हुए चिकित्सकों ने बताया कि मरीज माइलोमा नामक ब्लड कैंसर की बीमारी से पीड़ित था जिसका सफल इलाज बोनमेरो ट्रांसप्लांट ही है. गुडगांव के फोर्टिस अस्पताल के चिकित्सक और बोनमेरो ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. राहुल ने बताया कि मरीज को बोनमेरो ट्रांसप्लांट के दौरान कई तरह की दिक्कतें हुईं, लेकिन इन दिक्कतों से पार पाते हुए अब वो पूरी तरह वह स्वस्थ है और आज उसे डिस्चार्ज किया जा रहा है.
गौरतलब है कि उत्तर भारत का सबसे प्रतिष्ठित कैंसर रिसर्च सेंटर बीकानेर में है और अब बोनमेरो ट्रांसप्लांट सफल ऑपरेशन के बाद बीकानेर राजस्थान में अलग मुकाम पर है. इस दौरान बोनमेरो सेंटर की स्थापना में सहयोग करने वाले आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के जैन लूनकरण छाजेड़ ने बताया कि सेंटर में 11 बोनमेरो ट्रांसप्लांट का पूरा खर्चा प्रतिष्ठान की ओर से उठाया जाएगा और ऐसे लोग जिनकी आजीविका ज्यादा नहीं है और किसी भी तरह की सरकारी सहायता उन्हें नहीं मिल सकती है, ऐसे लोगों को बोनमेरो ट्रांसप्लांटेशन के लिए सारा खर्चा प्रतिष्ठान वहन करेगा.
इस दौरान सेंटर के डॉक्टर पंकज टांटिया ने कहा कि प्रयास सेंटर में सभी तरह की बेहतर सुविधाएं और इलाज को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं. हमारा प्रयास है कि यह सेंटर राजस्थान ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे अच्छा बोनमेरो सेंटर के रूप में पहचान बनाए.