बीकानेर. अनाधिकृत तरीके से गुब्बारों या अन्य संदिग्ध वस्तुओं के सहारे जासूसी करने की बात कोई नई नहीं है. पाकिस्तान से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर इस तरह की घटनाएं आम हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक सीमा पर राजस्थान में ऐसे मामले कई बार देखने को मिलते है, जब पाकिस्तान की ओर से इस तरह की नापाक करतूत की जाती है. कई बार तो पाकिस्तानी एयरलाइंस लिखे हुए गुब्बारे भी कोड वर्ड के साथ भारतीय सीमा में मिलते हैं.
इतना ही नहीं, अब तो पाकिस्तान की ओर से ड्रोन भेजने की असफल कोशिश के भी कई मामले सामने आए हैं. पाकिस्तान की ओर से कई बार पक्षियों के सहारे भारतीय सीमा में जासूसी करने के मामले देखे गए हैं. हालांकि, इन सभी मामलों में भारतीय जवानों की सतर्कता और चौकसी के चलते पाकिस्तान को हर बार मुंह की खानी पड़ी है. वहीं, सीमा पार से ड्रग्स तस्करी की भी कोशिशें लगातार जारी हैं.
पिछले सालों में हुई यह घटनाएं : दरअसल, अमेरिका की सीमा में चीन की ओर से छोड़े गए संदिग्ध गुब्बारों को लेकर अमेरिका ने सख्त कार्रवाई करते हुए इन गुब्बारों को नष्ट कर दिया और अब इस मामले की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. लेकिन बात यदि भारत की करें तो केवल राजस्थान में ही भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तान की ओर से कई बार इस तरह की नापाक कोशिशें हुई हैं.
- साल 2022 में एक नवंबर को भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के दंतौर थाना इलाके में किसान के खेत से पाकिस्तान एयरलाइंस लिखा गुब्बारा मिला.
- 28 फरवरी 2019 को इसी तरह का एक गुब्बारा मिला.
- 08 अगस्त 2019 को श्रीगंगानगर के जैतसर में गुब्बारा मिला.
- 2018 में भी इसी तरह का गुब्बारा मिला.
कई बार पकड़े जाते हैं कबूतर : कई बार सीमा पार से कबूतर और बाज जैसे पक्षी भी भारतीय सीमा में पकड़े जाते हैं. इन पर अलग कोड वर्ड में कुछ लिखा हुआ होता है और पैरों में छले जैसा भी कुछ मिलता है. 23 मई 2022 को बज्जू थाना क्षेत्र के भूरासर गांव में कबूतर मिला था. वहीं, 14 मार्च 2020 और 18 सितंबर 2019 को भी कबूतर पकड़े गए थे.
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गिराया था ड्रोन : कुछ दिन पहले ही श्रीगंगानगर के केसरीसिंहपुर में पाकिस्तान की सीमा से तस्करी के लिए काम में लिए जा रहे ड्रोन को बीएसएफ ने मार गिराया था. इस दौरान बीएसएफ को करीब 6 किलो नशीला पदार्थ मिला था. वहीं, इससे पहले 4 मार्च 2019 को एक अनाधिकृत ड्रोन को सुखोई 30 विमान से भारतीय वायु सैनिकों ने मार गिराया था. दरअसल, तस्करी के लिए सीमा पार से कई बार ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाता है और भारतीय सीमा पर जवानों की चौकसी के चलते पाकिस्तान की यह नापाक कोशिश कामयाब नहीं हो पाती है.