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धुर विरोधी अर्जुन राम मेघवाल और देवी सिंह भाटी हुए एक, अब कोलायत पर टिकी सबकी निगाह

Rajasthan assembly Election 2023, राजस्थान विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बीकानेर से भाजपा के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. यहां एक-दूसरे के धुर विरोधी माने जाने वाले दो नेता अब आपस में मिल गए हैं. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के बीच कड़वाहट खत्म हो गई है. ऐसे में अब बाकानेर में पार्टी को आगामी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.

Rajasthan assembly Election 2023
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 11, 2023, 9:24 PM IST

बीकानेर. कभी एक-दूसरे के धुर विरोधी माने जाने वाले भाजपा के दो नेताओं के आपसी मिलाप से पार्टी को चुनावी मौसम में बड़ी राहत मिली है. साथ ही पार्टी के करीबियों की मानें तो इन दोनों नेताओं के आपस में मिल जाने से बीकानेर में भाजपा को फायदा होगा. हालांकि, इससे पहले पार्टी में अंदरूनी कलह के रूप में दोनों नेताओं के रिश्तों को लेकर बात होती थी, लेकिन शनिवार को इन दोनों नेताओं में वापस सियासी समझौता हो गया. दरअसल, कोलायत से पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के पौत्र अंशुमान सिंह को भाजपा ने टिकट दिया है. ऐसे में कोलायत की सियासी रण में मुकाबले के लिए इन दोनों नेताओं की आपसी कड़वाहट का खत्म होना जरूरी था और लगातार इसको लेकर जिला स्तर पर नेताओं की ओर से प्रयास भी किए जा रहे थे.

वहीं, शनिवार सुबह सबसे पहले भाजपा प्रत्याशी अंशुमान सिंह केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के घर पहुंचे, जहां उन्होंने उनसे शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया. वहीं, उसके कुछ ही देर बाद पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी और अर्जुन राम मेघवाल की भी एक होटल में मुलाकात हुई, जहां दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दसूरे का स्वागत किया. इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने पार्टी को मजबूत करने की बात कही.

इसे भी पढ़ें - कांग्रेस प्रत्याशी ममता भूपेश का रोका काफिला, दिखाए काले झंडे...भूपेश बोलीं- भाजपा कार्यकर्ता गुंडागर्दी पर उतरे

दरअसल, बीकानेर जिले में इन दोनों नेताओं के 36 के आंकड़े होने की बात सार्वजनिक रूप से सामने आती रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में भी अर्जुन राम मेघवाल को टिकट देने का भाटी ने विरोध किया था. साथ ही उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी. हालांकि, अब जब दोनों नेताओं के रिश्ते बेहतर हो गए हैं तो माना जा रहा है कि इसका फायदा कोलायत के साथ ही जिले की अन्य सीटों पर भी पार्टी को मिलेगा.

बीकानेर. कभी एक-दूसरे के धुर विरोधी माने जाने वाले भाजपा के दो नेताओं के आपसी मिलाप से पार्टी को चुनावी मौसम में बड़ी राहत मिली है. साथ ही पार्टी के करीबियों की मानें तो इन दोनों नेताओं के आपस में मिल जाने से बीकानेर में भाजपा को फायदा होगा. हालांकि, इससे पहले पार्टी में अंदरूनी कलह के रूप में दोनों नेताओं के रिश्तों को लेकर बात होती थी, लेकिन शनिवार को इन दोनों नेताओं में वापस सियासी समझौता हो गया. दरअसल, कोलायत से पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के पौत्र अंशुमान सिंह को भाजपा ने टिकट दिया है. ऐसे में कोलायत की सियासी रण में मुकाबले के लिए इन दोनों नेताओं की आपसी कड़वाहट का खत्म होना जरूरी था और लगातार इसको लेकर जिला स्तर पर नेताओं की ओर से प्रयास भी किए जा रहे थे.

वहीं, शनिवार सुबह सबसे पहले भाजपा प्रत्याशी अंशुमान सिंह केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के घर पहुंचे, जहां उन्होंने उनसे शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया. वहीं, उसके कुछ ही देर बाद पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी और अर्जुन राम मेघवाल की भी एक होटल में मुलाकात हुई, जहां दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दसूरे का स्वागत किया. इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने पार्टी को मजबूत करने की बात कही.

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दरअसल, बीकानेर जिले में इन दोनों नेताओं के 36 के आंकड़े होने की बात सार्वजनिक रूप से सामने आती रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में भी अर्जुन राम मेघवाल को टिकट देने का भाटी ने विरोध किया था. साथ ही उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी. हालांकि, अब जब दोनों नेताओं के रिश्ते बेहतर हो गए हैं तो माना जा रहा है कि इसका फायदा कोलायत के साथ ही जिले की अन्य सीटों पर भी पार्टी को मिलेगा.

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