बीकानेर. विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है. वहीं कांग्रेस में अभी तक मंथन का दौर जारी है. इसी बीच एक और जहां दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेता राजस्थान में संभावित दावेदारों के नाम को लेकर चर्चा कर रहे हैं, तो वही कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद और राजस्थान चुनाव के लिए सह प्रभारी रंजीत रंजन मंगलवार को बीकानेर पहुंची और पार्टी के ब्लॉक और जिला लेवल के पदाधिकारी के साथ चर्चा की और दावेदारों से मिलते हुए संवाद किया.
भाजपा खुद डरी हुई, इसीलिए सांसदों को उतारा: इस दौरान राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा खुद सरकार की योजनाओं और आम जनता के बीच सरकार को लेकर बने माहौल से डरी हुई है. इसीलिए पार्टी को पहली सूची में ही अपने सांसदों को मैदान में उतारना पड़ा है.
दावेदारी सबका हक, टिकट पार्टी करेगी तय: इस दौरान दावेदारों की क्राइटेरिया को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी का क्राइटेरिया जिताऊ है और सब का अधिकार है कि वह अपनी दावेदारी करे. लेकिन टिकट पार्टी आलाकमान तय करेगा और पूर्व में भी पार्टी के स्तर पर अलग-अलग सीटों पर सर्वे और फीडबैक हुआ है. मैं भी यहां आई हूं और यह पार्टी का ही वर्किंग स्टाइल है. इससे क्रॉस वेरीफाई होगा और हमारी कोशिश है जो जिताऊ उम्मीदवार है, उसे ही टिकट मिले. लेकिन फिर भी हम लोग भी इंसान हैं और 200 सीटों में दो-पांच सीटों में कुछ गलती हो सकती है.
महिला आरक्षण की कांग्रेस हिमायती: महिला आरक्षण विधेयक को लेकर भाजपा केवल बातें करती है. देश की पहली महिला राष्ट्रपति, पहले प्रधानमंत्री, पहले मुख्यमंत्री और पहली लोकसभा स्पीकर कांग्रेस की ही देन है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में टिकट वितरण में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी. जहां भी संभव होगा वहां 19 और 21 के फर्क में महिला प्रत्याशी को ही प्राथमिकता मिलेगी. इससे पहले बीकानेर के एक निजी होटल में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों ने उनसे मुलाकात की और अपनी दावेदारी पेश की.