बीकानेर. बीकानेर के गंगाशहर इलाके में रविवार को निर्माणाधीन बिल्डिंग के हादसे में तीन श्रमिकों की मौत के मामले में सोमवार को तीनों मजदूरों के परिजनों और सर्व समाज के लोगों ने मोर्चरी के बाहर धरना दिया. लोगों का कहना था कि जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और मृतकों के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलता, मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी नहीं मिलती तब तक वे शव नहीं लेंगे.
मामले को लेकर जिला कलेक्टर नमित मेहता की पहल पर एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलेक्टर से वार्ता की. इस दौरान अन्य प्रशासनिक अधिकारी वार्ता में मौजूद रहे. वार्ता में शामिल कांग्रेस नेता गजेंद्र सिंह सांखला ने बताया कि निर्माणाधीन बिल्डिंग के मालिक से प्रत्येक मृतक आश्रित को 70 हजार रुपए मुआवजा दिलवाने के साथ मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को 10 हजार सहायता देने के आश्रित को संविदा नौकरी देने की सहमति बनी.
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सांखला ने बताया कि श्रम मंत्री टीकाराम जूली से बात की गई है और दो मृतक श्रमिकों का पंजीयन श्रमिक विभाग में हुआ हुआ है. ऐसे में उनको 50 हजार की सहायता जल्द पूरा करने के लिए बात हुई है.
इसके अलावा नगर निगम आयुक्त ए एस गौरी का कहना है कि जिस जगह हादसा हुआ है. वहां 2015 में भूतल पर एक दुकान के निर्माण की स्वीकृति दी हुई है. पिछले दिनों ऊपरी मंजिल का निर्माण बिना स्वीकृति के शुरू कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इसको लेकर उपायुक्त के निर्देशन में एक कमेटी बनाई गई है जो पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी गई है. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ये है मामला...
बीकानेर में गंगाशहर नगर में निर्माणाधीन बिल्डिंग ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 5 लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. वहीं, जिला कलेक्टर ने कहा कि मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.