बीकानेर. जिले के दंतौर क्षेत्र में भारत-माला सड़क मार्ग पर हुए दुर्घटना में एक घायल की मौत के बाद (Bikaner Road Accident) आक्रोशित लोग धरने पर बैठ गए. लोगों ने घटना के विरोध में कस्बे के बाजार को बंद करवा दिए. मृतक के परिजन का आरोप है कि सोमवार को हादसे में घायल हुए युवक को राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां उसको इलाज नहीं मिला. इसके अलावा उसे बीकानेर ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हुई. उन्होंने बताया कि प्राईवेट गाड़ी से युवक को बीकानेर पीबीएम ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी.
सोमवार को दंतौर मण्डी के चक 6 पीआरएम फांटा के पास एक पिकअप और बाइक की टक्कर हो गई. इस दुर्घटना में बाइक चालक विकास बिश्नोई पुत्र सीताराम बिश्नोई निवासी 6 केएचएम घायल हो गया. आस पास के लोग उसे इलाज के लिए दंतौर पीएचसी लेकर गए. ग्रामीणों के अनुसार यहां चिकित्सक उपस्थित नहीं थे. वहीं परिजनों का आरोप है कि उन्होंने चिकित्सालय में खड़ी एम्बुलेंस से घायल को बीकानेर भेजने के लिए आग्रह किया. लेकिन उन्हें एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई गई.
परिजन घायल को निजी वाहन से बीकानेर पीबीएम ले गए. लेकिन रास्ते में ही विकास ने दम तोड़ दिया. घटना की सूचना मिलते ही लोगों ने पीएचसी पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसी बीच व्यापारियों ने भी विरोध में दंतौर मण्डी पूरी तरह बंद कर दी. घटना के बाद से पीएचसी के सामने भारी संख्या में लोग एकत्रित होकर धरने पर बैठे थे.
प्रशासन के साथ वार्ता के बाद बनी सहमति: शाम को चौथे दौर की प्रशासन के साथ हुई वार्ता के बाद सहमति बनी और ग्रामीणों ने धरना खत्म किया. दंतौर चिकित्सक बीसीएमएचओ डॉ. रसीद को एपीओ करते हुए उन्हें बीकानेर उपस्थिति के लिए निर्देश दिया गया. वार्ता के दौरान जांच कमेटी गठित करने का निर्णय किया गया. साथ ही मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 5 लाख की बीमा राशि दिलवाने का आश्वासन भी दिया गया. इस दौरान वार्ता में प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और डिप्टी सीएमएचओ योगेन्द्र तनेजा मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि इससे पहले आक्रोशित लोगों ने मौजूद डॉ. रशीद से भी धक्का मुक्की की.