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शनिवार के दिन शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय, सब कष्टों से मिलेगी मुक्ति

शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है. इस दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है. मान्यता है कि शनि देव कर्मों के हिसाब से फल देते हैं और इसलिए इन्हें न्यायप्रिय कहा जाता है.

Lord Shani Dev is Worshipped on Saturday
शनिवार को शनिदेव की पूजा
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Published : Apr 15, 2023, 7:10 AM IST

बीकानेर. शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है. शनिदेव को धर्मशास्त्र और ज्योतिष में न्यायप्रिय कहा जाता है. वे सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र हैं. मान्यता है कि शनि के दुष्प्रभावों से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है. शनिवार के दिन इस विधि विधान से शनिदेव की पूजा-अर्चना करने से कष्टों से निवारण मिलता है.

पूजा में इन बातों का रखें ध्यान : धर्मशास्त्रों में मान्यता है कि शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करते समय पश्चिम दिशा की ओर मुख करके पूजा करनी चाहिए. आमतौर पर हर देवता की पूजा पूर्व दिशा की ओर मुख करके की जाती है, लेकिन शनिदेव को पश्चिम दिशा का स्वामी माना जाता है, इसलिए पूजा भी इसी दिशा में की जाती है. धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि शनिदेव की पूजा करते समय उनकी प्रतिमा के सामने खड़े होकर पूजा नहीं करनी चाहिए. इसके अलावा पूजा के समय शनिदेव की आंखों में नहीं देखना चाहिए. शनिदेव को तिल, गुड़ या खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए.

शनिवार के दिन विशेष प्रयोग : ब्रह्म पुराण के अनुसार, शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है. पद्म पुराण अनुसार, हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है.

पढ़ें. बुधवार के दिन प्रथम पूज्य महागणपति की करें आराधना, दूर होंगे सारे कष्ट

आर्थिक कष्ट निवारण के लिए करें ये काम : ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु व्यास ने बताया कि एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जपते हुए पीपल की सात परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है.

नहीं करें ये काम : ज्योतिषाचार्य के अनुसार, शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है. इस दिन पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा में यात्रा करना मना है. बेटी को शनिवार के दिन ससुराल नहीं भेजना चाहिए. शनिवार के दिन तेल, लकड़ी, कोयला, नमक, लोहा या लोहे की वस्तु खरीद कर नहीं लानी चाहिए वरना बिना बात की बाधा उत्पन्न होगी और अचानक कष्ट झेलना पड़ेगा.

शनिवार को मिलेगा लाभ : ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु व्यास ने बताया कि शनिवार के दिन दृष्टिहीन, निशक्तजन, सेवकों और सफाइकर्मियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए. उन्हें किसी भी प्रकार का दान दें. अगर संभव हो सके तो जूता दान करें. साथ ही शनिवार को एक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल और सिक्का (रुपया-पैसा) डालकर उसमें अपनी परछाई देखें. इसके बाद उस कटोरी को तेल सहित किसी तेल मांगने वाले को या किसी शनि मंदिर में शनिवार के दिन रखकर आ जाएं. यह उपाय कम से कम पांच शनिवार करेंगे तो सभी पीड़ा समाप्त हो जाएगी और शनिदेव की कृपा शुरू हो जाएगी.

बीकानेर. शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है. शनिदेव को धर्मशास्त्र और ज्योतिष में न्यायप्रिय कहा जाता है. वे सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र हैं. मान्यता है कि शनि के दुष्प्रभावों से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है. शनिवार के दिन इस विधि विधान से शनिदेव की पूजा-अर्चना करने से कष्टों से निवारण मिलता है.

पूजा में इन बातों का रखें ध्यान : धर्मशास्त्रों में मान्यता है कि शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करते समय पश्चिम दिशा की ओर मुख करके पूजा करनी चाहिए. आमतौर पर हर देवता की पूजा पूर्व दिशा की ओर मुख करके की जाती है, लेकिन शनिदेव को पश्चिम दिशा का स्वामी माना जाता है, इसलिए पूजा भी इसी दिशा में की जाती है. धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि शनिदेव की पूजा करते समय उनकी प्रतिमा के सामने खड़े होकर पूजा नहीं करनी चाहिए. इसके अलावा पूजा के समय शनिदेव की आंखों में नहीं देखना चाहिए. शनिदेव को तिल, गुड़ या खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए.

शनिवार के दिन विशेष प्रयोग : ब्रह्म पुराण के अनुसार, शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है. पद्म पुराण अनुसार, हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है.

पढ़ें. बुधवार के दिन प्रथम पूज्य महागणपति की करें आराधना, दूर होंगे सारे कष्ट

आर्थिक कष्ट निवारण के लिए करें ये काम : ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु व्यास ने बताया कि एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जपते हुए पीपल की सात परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है.

नहीं करें ये काम : ज्योतिषाचार्य के अनुसार, शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है. इस दिन पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा में यात्रा करना मना है. बेटी को शनिवार के दिन ससुराल नहीं भेजना चाहिए. शनिवार के दिन तेल, लकड़ी, कोयला, नमक, लोहा या लोहे की वस्तु खरीद कर नहीं लानी चाहिए वरना बिना बात की बाधा उत्पन्न होगी और अचानक कष्ट झेलना पड़ेगा.

शनिवार को मिलेगा लाभ : ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु व्यास ने बताया कि शनिवार के दिन दृष्टिहीन, निशक्तजन, सेवकों और सफाइकर्मियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए. उन्हें किसी भी प्रकार का दान दें. अगर संभव हो सके तो जूता दान करें. साथ ही शनिवार को एक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल और सिक्का (रुपया-पैसा) डालकर उसमें अपनी परछाई देखें. इसके बाद उस कटोरी को तेल सहित किसी तेल मांगने वाले को या किसी शनि मंदिर में शनिवार के दिन रखकर आ जाएं. यह उपाय कम से कम पांच शनिवार करेंगे तो सभी पीड़ा समाप्त हो जाएगी और शनिदेव की कृपा शुरू हो जाएगी.

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