बीकानेर. लॉकडाउन ने न सिर्फ शादियों पर सीधा प्रभाव डाला बल्कि फोटोग्राफर भी बेरोजगार हो गए हैं. बीकानेर में लॉकडाउन अवधि के दौरान 1500 से ज्यादा शादियां होनी थी. इनमें से ज्यादातर शादियां टाल दी गई हैं लॉकडाउन की वजह से. वहीं कुछ ने आपसी सहमति से लॉकडाउन में सादगी से विवाह कर लिया. इन दोनों ही परिस्थितियों में फोटोग्राफर्स पर उसका प्रभाव देखने को मिला.
जहां पहले से बुकिंग की गई शादियां आगे हो जाने से उनका व्यवसाय प्रभावित हुआ तो वहीं जिन लोगों की बुकिंग की उन्होंने बिना फोटोग्राफर के ही शादी कर ली. ऐसे में अब फोटोग्राफर की बुकिंग भी कैंसिल हो गई. आमतौर पर एक शादी में एक फोटोग्राफर को 5 हजार से डेढ़ लाख तक का ऑर्डर मिलता है. बीकानेर में करीब एक हजार से ज्यादा फोटोग्राफर हैं जिनमें 700 से ज्यादा की खुद की किराए की दुकान भी हैं.
घर का खर्चा निकालना मुश्किल हुआ:
फोटोग्राफर कृष्ण कुमार कहते हैं कि लॉकडाउन के चलते स्थगित हुई शादियां भविष्य में होंगी लेकिन उनमें भी सोशल डिस्टेंसिंग एडवाइजरी की पालना करनी होगी. यानि ज्यादा लोग शादी में एकत्र नहीं होंगे ऐसे में फोटोग्राफर का व्यवसाय प्रभावित होगा. वहीं दूसरी ओर बुकिंग के बाद भी लोग नहीं बुला रहे हैं. फोटोग्राफर राधे वर्मा का कहना है कि महंगे कैमरा की किस्त, दुकान का किराया और घर का खर्चा निकालना भारी हो गया है.
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लॉकडाउन में चौपट हुआ व्यवसाय:
फोटोग्राफर श्याम कहते हैं कि लॉकडाउन में चौपट हुआ व्यवसाय खुलने के बाद भी पटरी पर नहीं आया है और स्टूडियो में पहले जहां पासपोर्ट फोटो के लिए लोग आते थे वह भी आना बंद हो गए हैं. फोटोग्राफर्स का कहना है कि उसके सामने अब अपने व्यवसाय को चलाना एक बड़ी चुनौती बन गया है. आने वाले समय में भी पहले की तरह शादियों में ज्यादा भीड़ नहीं होने से सादगी से विवाह आयोजन करने होंगे.
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सरकार से मदद की मांग:
हालत अब ये हैं कि फोटोग्राफर्स को अपना परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया है. छोटे फोटो और वीडियोग्राफर्स के लिए समस्या बड़ी है. इस व्यवसाय से जुड़े इन लोगों की मांग है की सरकार की तरफ से उन्हें भी कुछ आर्थिक मदद मिलनी चाहिए.