बीकानेर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को बीकानेर पहुंचे. दो दिन के अंतराल में दूसरी बार सीएम यहां आए. इस बीच जिले के श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा के धीरदेसर चोटियान गांव में मुख्यमंत्री ने शहीद राकेश चोटिया की प्रतिमा का अनावरण किया. वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कहा कि शहीदों के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए, लेकिन भाजपा के नेता सियासी लाभ पाने के लिए शहीदों के नामों के साथ ही उनके परिवारों को भी सियासत में घसीट रहे हैं. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल, एग्रो बोर्ड के चेयरमैन रामेश्वर डूडी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
स्वास्थ्य केंद्र की घोषणा - इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 25 साल पहले किसी भी शहीद के लिए या उनके परिवार के लिए कोई पैकेज नहीं था. कारगिल युद्ध के बाद राजस्थान एक मात्र ऐसा राज्य था, जिसने देश में शहीद परिवारों के लिए पैकेज घोषित किया. इतना ही नहीं शहीद के माता-पिता, वीरांगना और बच्चों के लिए भी व्यवस्था की गई. हालांकि, शहीद परिवारों के प्रति यह एक छोटा सा प्रयास था और आज 25 साल बाद भी हम इस प्रयास को जारी रखे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने धीरदेसर चोटियान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की भी घोषणा की.
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शहीद के नाम पर न हो सियासत - इस दौरान पिछले दिनों जयपुर में हुए वीरांगनाओं के धरने को लेकर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी लोग शहीदों के नाम पर सियासत करते हैं. लेकिन शहीदों के नाम पर किसी को सियासत नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शहीद की वीरांगना, बच्चों का हक उनको मिलना चाहिए. इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज तक शहीद पैकेज की घोषणा पहले कभी नहीं हुई और संवेदशीलता दिखाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसको लागू किया. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने शहीद राकेश कुमार चोटिया की प्रतिमा का अनावरण किया. इस मौके पर शहीद के पिता भैराराम और वीरांगना इन्द्रा को शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया.
स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन - इससे पहले अपने बीकानेर दौरे में मुख्यमंत्री ने श्रीडूंगरगढ़ के गुसाइसर बड़ा में प्रज्ञा ओझा राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण किया. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़, प्रतिपक्ष नेता महाराष्ट्र बाला साहब थोराट, राज्यसभा सासंद शक्ति सिंह गोहिल ,एग्रो बिजनस बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी, मंत्री बीडी कल्ला, गोविन्द मेघवाल, भंवर सिंह भाटी, विधायक गिरधारी महिया के साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रामकिशन ओझा मौजूद रहे. अपनी मां प्रज्ञा ओझा की स्मृति में रामकिशन ओझा ने ही हॉस्पिटल व स्टाफ क्वाटर्स का निर्माण करवाया और शनिवार को मुख्यमंत्री ने इसका लोकार्पण किया. मुख्यमंत्री इसके बाद सोनियासर गोदारान गांव पहुंचे, जहां शहीद हेतराम गोदारा की प्रतिमा का अनावरण किए. साथ ही महंगाई राहत कैंप का भी अवलोकन किए.
फूट पाटने की सियासत - बीकानेर से कैबिनेट मंत्री गोविंद मेघवाल और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के बीच सियासी अदावत नई नहीं है और दोनों नेताओं के बीच कई मौकों पर आपसी फूट सामने आ चुकी है. दो दिन पहले जसरासर में पूर्व नेता प्रतिपक्ष डूडी की ओर से आयोजित किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री, प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी के बावजूद कैबिनेट मंत्री गोविंद मेघवाल सम्मेलन में शामिल नहीं हुए थे. जिस पर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को मीडिया के सामने सफाई देनी पड़ी थी. लेकिन हकीकत यह है कि पार्टी के सभी बड़े नेता व स्वयं मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को भी डूडी और मेघवाल के बीच जारी अदावत के बारे में पूरी जानकारी है. यही कारण है कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के एकजुट होने का मैसेज देने के लिए बुधवार को कांग्रेसी खेमे से एक ऐसी तस्वीर बाहर आई. जिसके बाद अब कांग्रेस नेता जिले में किसी भी प्रकार की फूट नहीं होने का दावा कर रहे हैं.
डोटासरा ने कराई मध्यस्थता - दरअसल, मुख्यमंत्री के बीकानेर दौरे के दौरान हेलीकॉप्टर में मुख्यमंत्री के साथ डोटासरा, गोविंद मेघवाल और डूडी सवार रहे. वहीं, दोनों नेताओं के बीच संवाद स्थापित कराने के बाद दोनों को मिठाई खिलाई गई. इसके इस तस्वीर को जारी कर कांग्रेस में एकजुटता का मैसेज दिया गया.