बीकानेर. बैंकिंग संशोधन विधेयक के विरोध में पूरे देश में बैंक कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर हैं. जिसके चलते बीकानेर में करीब दो हजार करोड़ का बैंकिंग कारोबार प्रभावित हुआ (2000 crore bank business affected in Bikaner). वहीं सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में दूसरे दिन बैंक कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया और पब्लिक पार्क से कलेक्ट्रेट तक पैदल जुलूस निकाला (Bikaner Bank employees foot march).
बीकानेर में करीब 200 बैंक शाखाओं से लेनदेन प्रभावित हुआ. केंद्र सरकार की सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में लगातार दूसरे दिन बैंक कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया (Bank employees protest in Bikaner) और पब्लिक पार्क से कलेक्ट्रेट तक पैदल जुलूस निकाला. पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष चंद्रकांत व्यास ने बताया कि निजीकरण करते हुए सरकार अपना 36 फीसदी हिस्सा कम कर रही है. सरकार कुल 64 फीसदी हिस्सेदारी निजी हाथों में देने की कोशिश कर रही है और धन्ना सेठों को यह हिस्सेदारी दे रही है. यह किसी भी स्थिति में हमें बर्दाश्त नहीं है.
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उन्होंने कहा कि पूरे देश में 10 लाख से ज्यादा बैंक कर्मचारी सरकार के इस फैसले के विरोध में (bank strike in bikaner) है. पूंजीपतियों का पैसा निजी बैंकों में है और आम जनता की गाढ़ी कमाई सरकारी बैंकों में जमा होती है. वहीं बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी रामप्रताप गोदारा ने कहा कि 2 दिन की हड़ताल के बाद यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि इससे केवल बैंक कर्मचारियों को ही नुकसान है. जबकि ऐसा नहीं है क्योंकि जिन लोगों का बैंक में खाता है, वह भी इससे से प्रभावित होंगे. ऐसे में यह केवल बैंक कर्मचारियों की लड़ाई नहीं है.
उन्होंने कहा कि सुदूर ग्रामीण इलाकों में आज भी सरकारी बैंक है और निजी बैंक का कोई शाखा नहीं है और जन धन योजना हो या अन्य सरकारी योजना. उन्होंने कहा कि वे निजी बैंकों में खाते नहीं खोलते हैं बल्कि सरकारी बैंकों में उन लोगों की खातिर खुले हुए हैं, ऐसे में वह लोग भी इससे प्रभावित होंगे.
एटीएम में दिक्कत
2 दिन की बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के बाद यह आम लोगों को भी परेशानी हुई. वहीं कई बैंकों के एटीएम में भी निकासी को लेकर परेशानी देखने को मिली.