भीलवाड़ा. देशभर में कोरोना से बचाव को लेकर भीलवाड़ा मॉडल की देश भर में प्रशंसा हुई थी लेकिन जिले में अब फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है. मंगलवार को कोरोना लैब में जांच के बाद तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसमें एक पुरुष, बालिका सहित दो माह की एक बच्ची शामिल है. तीनों का महात्मा गांधी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उपचार चल रहा है. जिले में जांच बढ़ा दी गई है.
देश में कोरोना के लेकर सबसे पहले हॉटस्पॉट बने भीलवाड़ा जिले में फिर कोरोना ने दस्तक दी है. जिले की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज की कोरोना जांच लैब के मुताबिक आज फिर तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके बाद प्रशासन ने तीनों के इलाज को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. भीलवाड़ा उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम चावला ने कहा कि एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दी है. जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के गेनोली गांव निवासी 42 वर्षीय पुरुष का महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार चल रहा है. जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उनका इलाज किया जा रहा है.
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वहीं दूसरी ओर भीलवाड़ा जिले के मांडल निवासी 8 वर्षीय बालिका और 2 महीने की मासूम जो शहर के रीको क्षेत्र में निवासरत है वे भी कोरोना पॉजिटिव पाई गईं हैं. इन तीनों का उपचार भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में किया जा रहा है. 42 वर्षीय पुरुष और 8 वर्षीय बालिका का महात्मा गांधी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उपचार जारी है. जबकि दो महीने की बच्ची का चिल्ड्रन वार्ड में इलाज चल रहा है.
देश में सबसे पहले हॉटस्पॉट जिला बना था भीलवाड़ा: देश में सबसे पहले कोरोना को लेकर हॉटस्पॉट जिला भीलवाड़ा ही बना था. उसके बाद भीलवाड़ा में 57 दिन तक कर्फ्यू लगा था लेकिन उस समय अच्छे उपचार के कारण देशभर में कोरोना के लेकर भीलवाड़ा मॉडल भी बना था जिसकी केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गाबा सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी तारीफ की थी. भीलवाड़ा को मॉडल मानते हुए पूरे देश में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए ऐतिहासिक पहल की गई थी.