भीलवाड़ा. पश्चिम बंगाल में चिकित्सक से मारपीट के मामले को लेकर आंदोलनरत डॉक्टर एसोसिएशन ने सोमवार को भीलवाड़ा में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि जब राजनेताओं और एयरपोर्ट पर गार्ड की सुविधा है, तो अस्पताल में भी पैरामिलिट्री फोर्स की सुविधा करनी चाहिए, जिससे डॉक्टर भयमुक्त होकर काम कर सकें.
दरअसल, पश्चिमी बंगाल में डॉक्टर से मारपीट के मामले में भीलवाड़ा जिला डॉक्टर एसोसिएशन ने भी सोमवार को भीलवाड़ा जिले में पूर्ण रूप से कामकाज ठप रखा. जहां, प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर दुष्यंत शर्मा ने कहा कि देश में छोटी मोटी घटना पर अवार्ड वापसी गैंग सक्रिय हो जाती है. लेकिन, चिकित्सकों के साथ होने वाली जानलेवा मारपीट पर शांत बैठी रहती है. उन्होंने कहा कि देश में सभी सरकारी संस्थानों पर गार्ड तैनात रहते हैं. वैसे ही अगर अस्पताल के बाहर भी पैरामिलिट्री फोर्स लगा दी जाती है, तो डॉक्टर भयमुक्त होकर अपना काम करेगा.
डाक्टरों का कहना है की जब एयरपोर्ट पर गार्ड लग सकते हैं, नेताओं के घर गार्ड लग सकते हैं, तो चिकित्सा संस्थानों पर सरकार गार्ड क्यों नहीं लगा रही है, जहां पर एक मनुष्य को जीवन दान दिया जाता है. उनका मानना है कि वहां पर अगर गार्ड लग जाते हैं तो डॉक्टर बिना भय के माहौल में सही ढंग से कार्य कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि आए दिन बंगाल जैसी घटनाएं दिन प्रतिदिन देश में बढ़ती जा रही हैं, जिससे डॉक्टरों में भय का माहौल पैदा होता जा रहा है. गार्ड नहीं लगने से डॉक्टर भय के माहौल में मरीज का आसानी से इलाज नही कर पाते हैं. यहां तक की गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज आने पर भी वह उनके इलाज करने से कतराते हैं. इसलिए सरकार को जल्द से जल्द अस्पताल के बाहर पैरामिलिट्री फोर्स लगानी चाहिए. जिससे लोगों को रोजगार के साथ ही मरीजों को आसानी इलाज किया जा सके.