भीलवाड़ा. दीपावली पर बिक्री को लेकर दुकानदारों ने बड़ी उम्मीद के साथ दुकानें तो (Shopkeeper upset in Bhilwara) लगाई, लेकिन बढ़ी महंगाई का असर अब साफ तौर पर बाजारों में भी दिखने लगा है. ऐसे में दुकानदार खासा परेशान हैं. वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान दुकानदारों ने कहा कि पिछले दो साल कोरोना ने सताया और अब बढ़ी महंगाई के कारण बाजार बेजार हो गए हैं. बाजार के इस बदहाल सूरत पर चिंता जाहिर करते हुए एक दुकानदार ने कहा कि अच्छी उपज न होने से अबकी किसान खासा परेशान हैं. यही वजह है कि इस बार ग्रामीण क्षेत्रों से कम ही लोग खरीदारी के लिए बाजार का रूख कर रहे हैं.
दीपावली को अब महज दो दिन शेष बचे हैं. ऐसे में दुकानदार बड़ी उम्मीद के साथ दुकान सजाकर ग्राहकों की ताक में बैठे हैं. लेकिन वस्त्र नगरी भीलवाड़ा के दुकानदारों के चेहरे पर साफ तौर पर शिकन देखने को मिल रही है, क्योंकि बाजार में ग्राहक ही नहीं हैं. भीलवाड़ा की प्रसिद्ध उड़द दाल की बनने वाली मरका मिठाई (Famous Marka Sweets of Bhilwara) की बिक्री पर भी अबकी महंगाई का असर पड़ा है.
कैलेंडर बेचने वाले अजमल चंद तंवर ने कहा कि पिछले दो साल से कोरोना के कारण कारोबार पूरी तरह से चौपट था और अब महंगाई ने नाउम्मीद कर दिया है. उन्होंने कहा कि शहर में तेजी से महंगाई के साथ ही बेरोजगारी भी बढ़ी है, जिसके कारण लोगों की क्रय क्षमता प्रभावित हुई है.
इधर, मिठाई विक्रेता जानकीलाल सुखवाल ने कहा कि धनतेरस को यहां छोटी दीपावली के रूप में मनाया जाता है. इस दिन जमकर लोग मिठाइयों की खरीद करते हैं, लेकिन शनिवार को ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला. जिले में दीपावली के दौरान मरका मिठाई का विशेष महत्व है, जो उड़द की दाल से बनाती है. इसकी काफी डिमांड भी रहती है. लेकिन अबकी मरका मिठाई पर महंगाई का असर देखने को मिला है, जिसके कारण तेजी से इसके खरीददारों की संख्या घटी है.