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स्पेशलः अंतिम संस्कार के बाद अस्थियां कर रही मोक्ष का इंतजार - Bhilwara Panchmukhi Moksha Dham

भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से अब तक 28 सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत हो चुकी है, जिनका अंतिम संस्कार शहर के प्रसिद्ध पंचमुखी मोक्ष धाम में किया गया है. वहीं, इनकी अस्थियां मोक्षधाम में प्लास्टिक के कट्टे में रखी गई है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा.

भीलवाड़ा पंचमुखी मोक्ष धाम, COVID-19
अस्थियां कर रही मोक्ष का इंतजार
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Published : Apr 27, 2020, 11:30 AM IST

भीलवाड़ा. कोरोना संक्रमण की शुरुआत के साथ ही भीलवाड़ा शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है. तो वहीं जिले में 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा दिया गया है. भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से अबतक 28 लोगों की सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत हुई है. इनकी अस्थियां भी मोक्ष धाम में ही रखी हुई है. लॉकडाउन की वजह से अस्थियों का गंगा नदी, पुष्कर, त्रिवेणी में विसर्जन नहीं होने से अस्थियां भी मोक्ष का इंतजार कर रही है.

अस्थियां कर रही मोक्ष का इंतजार

बता दें कि भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से अब तक 28 सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत हो चुकी है, जिनका अंतिम संस्कार शहर के प्रसिद्ध पंचमुखी मोक्ष धाम में किया गया है. अंतिम क्रिया संस्कार के बाद हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उनकी अस्थियों का विसर्जन इनके पुत्र या परिवार वाले हरिद्वार में गंगा नदी, पुष्कर, मातृकुंडिया या त्रिवेणी में विसर्जन करते हैं. लेकिन लॉकडाउन और कर्फ्यू होने से किसी प्रकार के वाहन की आवाजाही बंद है, जिससे इन अस्थियों का विसर्जन नहीं हो पा रहा है.

पढ़ें- दाने-दाने को तरस रहे मजदूरों ने ईटीवी भारत से साझा किया दर्द...कहा हमें कैसे भी घर भिजवा दो...वरना भूखे मर जाएंगे

अंतिम संस्कार के बाद परिवाहर वाले अस्थियों को पंचमुखी मोक्ष धाम में ही रखते हैं. लॉकडाउन खत्म होने के बाद अतिथियों का विभिन्न धार्मिक स्थल पर विसर्जन कर उनकी आत्मा को शांति प्रदान की जाएगी.

ईटीवी भारत की टीम ने पंचमुखी मोक्षधाम का लिया जायजा

ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा शहर के प्रसिद्ध पंचमुखी मोक्ष धाम का जायजा लिया. पंचमुखी मोक्ष धाम में आज भी अंतिम संस्कार हो रहा है. वहां 20 मार्च से अब तक 28 लोगों की सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत के बाद अंतिम क्रिया संस्कार के आंकड़े वहां दर्शाए गए हैं. इनकी अस्थियां भी प्लास्टिक के कट्टे में रखी गई है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा.

मोक्ष धाम में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि यहां लॉकडाउन के बाद 28 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है और उनके परिजन अस्थियां भी यहीं रख कर चले गए हैं. उनका कहना है कि सभी जगह लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन अस्थियों का विसर्जन कर अपने कर्तव्य को पूरा करेंगें. बता दें गि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किसी वृद्धजन माता-पिता की मौत पर उनके पुत्र या परिवार वाले अस्थियों का विसर्जन करते हैं.

भीलवाड़ा. कोरोना संक्रमण की शुरुआत के साथ ही भीलवाड़ा शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है. तो वहीं जिले में 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा दिया गया है. भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से अबतक 28 लोगों की सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत हुई है. इनकी अस्थियां भी मोक्ष धाम में ही रखी हुई है. लॉकडाउन की वजह से अस्थियों का गंगा नदी, पुष्कर, त्रिवेणी में विसर्जन नहीं होने से अस्थियां भी मोक्ष का इंतजार कर रही है.

अस्थियां कर रही मोक्ष का इंतजार

बता दें कि भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से अब तक 28 सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत हो चुकी है, जिनका अंतिम संस्कार शहर के प्रसिद्ध पंचमुखी मोक्ष धाम में किया गया है. अंतिम क्रिया संस्कार के बाद हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उनकी अस्थियों का विसर्जन इनके पुत्र या परिवार वाले हरिद्वार में गंगा नदी, पुष्कर, मातृकुंडिया या त्रिवेणी में विसर्जन करते हैं. लेकिन लॉकडाउन और कर्फ्यू होने से किसी प्रकार के वाहन की आवाजाही बंद है, जिससे इन अस्थियों का विसर्जन नहीं हो पा रहा है.

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अंतिम संस्कार के बाद परिवाहर वाले अस्थियों को पंचमुखी मोक्ष धाम में ही रखते हैं. लॉकडाउन खत्म होने के बाद अतिथियों का विभिन्न धार्मिक स्थल पर विसर्जन कर उनकी आत्मा को शांति प्रदान की जाएगी.

ईटीवी भारत की टीम ने पंचमुखी मोक्षधाम का लिया जायजा

ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा शहर के प्रसिद्ध पंचमुखी मोक्ष धाम का जायजा लिया. पंचमुखी मोक्ष धाम में आज भी अंतिम संस्कार हो रहा है. वहां 20 मार्च से अब तक 28 लोगों की सामान्य बीमारी और वृद्ध जनों की मौत के बाद अंतिम क्रिया संस्कार के आंकड़े वहां दर्शाए गए हैं. इनकी अस्थियां भी प्लास्टिक के कट्टे में रखी गई है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा.

मोक्ष धाम में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि यहां लॉकडाउन के बाद 28 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है और उनके परिजन अस्थियां भी यहीं रख कर चले गए हैं. उनका कहना है कि सभी जगह लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन अस्थियों का विसर्जन कर अपने कर्तव्य को पूरा करेंगें. बता दें गि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किसी वृद्धजन माता-पिता की मौत पर उनके पुत्र या परिवार वाले अस्थियों का विसर्जन करते हैं.

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