भीलवाड़ा. विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की दूसरी सूची में भीलवाड़ा शहर से वर्तमान विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी पर भाजपा ने फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें चौथी बार चुनावी मैदान में उतारा है. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने अपने चुनावी मुद्दें बताए. साथ ही उन्होंने उनके खिलाफ चल रहे विरोध पर भी बेबाकी से राय रखी.
कांग्रेस राज में की गई भाजपा विधायकों की उपेक्षा : उन्होंने कहा कि वो अपनी 15 साल की उपलब्धियों, मोदी सरकार की योजनाओं और गहलोत सरकार की विफलता को लेकर जनता के बीच जाएंगे और वोट की अपील करेंगे. भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उनके तीन कार्यकाल में से दो बार भाजपा सरकार नहीं थी. इस कारण भाजपा विधायकों की उपेक्षा की गई. उनके कार्यकाल में भीलवाड़ा शहर में चिकित्सा के क्षेत्र में काफी सुधार हुए हैं. इस दौरान मेडिकल कॉलेज और मातृ और बच्चों के लिए अलग-अलग चिकित्सालय का निर्माण हुआ.
जनता के शेष कामों को पूरा करेंगे : उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में भीलवाड़ा चिकित्सा के क्षेत्र में अव्वल है. कांग्रेस सरकार ने भीलवाड़ा शहर में चंबल के पानी की घोषणा की थी, उस घोषणा को कांग्रेस पूरा नहीं कर पाई और जब हमारी सरकार आई तो हमने उसे पूरा किया. इन्हीं मुद्दों को लेकर वो जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि शहर में कुछ काम अभी भी बाकी है, उसके लिए वो जनता को विश्वास दिलाते हैं कि वो विजयी होकर जनता के शेष कामों को पूरा करेंगे, जिनमें एक आर.ओ.बी का मुद्दा भी है, लेकिन आर.ओ.बी के मामले में चंद लोगों ने एनजीटी में मुकदमा दर्ज करवा दिया. इस कारण ये रुका हुआ है.
मिल बैठकर दूर करेंगे छोटा-मोटा विरोध : टिकट वितरण के बाद विट्ठल शंकर के विरोध में कार्यकर्ताओं की ओर से किए जा रहे भारी विरोध और पुतले जलाए जाने की घटना पर विट्ठल शंकर अवस्थी ने कहा कि यह लोकतांत्रिक अधिकार है, जो भी दावेदार होते हैं, वे सब चाहते हैं कि टिकट उन्हें मिले, लेकिन हमारी पार्टी में कोई लंबी खींचतान नहीं है. जो छोटा-मोटा विरोध है, उनको हम मिल बैठकर दूर करेंगे. सभी राजनेता भाजपा के समर्थन में रहेंगे, ये उनका विश्वास है.
अवस्थी का राजनीतिक इतिहास : बता दें कि भीलवाड़ा शहर से भाजपा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी अब तक चार चुनाव लड़ चुके हैं. विट्ठल शंकर अवस्थी मूलतः ब्यावर जिले के बदनोर कस्बे के रहने वाले हैं. उन्होंने पहला चुनाव 2003 में आसींद विधानसभा से लड़ा था. उस समय पराजय होने के बाद 2008 में उन्होंने सीट बदलकर भीलवाड़ा शहर से चुनावी मैदान में आएं और यहां से वो विधानसभा पहुंचे. इसके बाद 2013 और 2018 में लगातार विजयी होते रहे. इसी वजह से भाजपा ने विट्ठल शंकर पर एक बार फिर विश्वास जताया है.