भीलवाड़ा. प्रदेश विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़ा है. साल के अंत में होने वाले चुनाव में जीत का परचम लहराने के लिए कांग्रेस-भाजपा सियासी चाल चल रही हैं. इस बीच जनता भी हर राजनीतिक को देख और समझ रही है. राजस्थान की सियासी जमीन पर हर दिन नेताओं के पगफेरे के बीच बढ़ती तपिश ने चर्चाओं और कयासों को तेज कर दिया है. इस बीच आज हम आपको दुनियाभर में वस्त्रनगरी के रूप में प्रसिद्ध भीलवाड़ा सीट के गणित को समझाएंगे.
भीलवाड़ा जिला वस्त्रनगरी के नाम से पूरे विश्व में विख्यात है. भीलवाड़ा शहरी विधानसभा क्षेत्र में ही अधिकतर वस्त्र उद्योग स्थित हैं, इसलिए भीलवाड़ा को कपड़े के मामले मे एशिया का मैनचेस्टर भी कहा जाता हैं. इस सीट का सियासी मिजाज भाजपा और कांग्रेस दोनों के पक्ष में जाता रहा है. भीलवाड़ा विधानसभा सीट पर अब तक 16 बार चुनाव हुए हैं, इसमें एक उप चुनाव भी शामिल है . इन 16 बार के चुनाव में यहां से सर्वाधिक 8 बार भाजपा को जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को 7 बार और एक बार जनता पार्टी के खाते में विधायकी गई है, लेकिन पिछले दो दशक से ये सीट भाजपा का गढ़ बन गई है. पिछले चार चुनाव से भीलवाड़ा सीट पर कमल ही खिल रहा है. वर्तमान में भाजपा से विट्ठल शंकर अवस्थी यहां से विधायक हैं. विट्ठल शंकर अवस्थी पिछले तीन चुनाव से इस सीट पर दीवार बनकर खड़े हैं. कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए दो दशक से प्रयास कर रही है, लेकिन हर बार उसे सफलता ही हाथ लगी है. यहां वर्ष 1998 में कांग्रेस से विजयी हुए देवेंद्र सिंह विधानसभा उपाध्यक्ष रहे थे.
पिछले चुनाव में यह रहा परिणामः वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से 17 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था. इसमें बीजेपी के विट्ठल शंकर अवस्थी ने कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया था. चुनाव में बीजेपी के विट्ठल शंकर अवस्थी को 93198 व कांग्रेस से प्रत्याशी अनिल डांगी को 18941 वोट मिले थे. वहीं, निर्दलीय ओमप्रकाश नारायणीवाल को 43620, बसपा से शंकर लाल सेन को 529 ,एसडीपीआई से अब्दुल सलाम अंसारी को 8468, एलजेपी से इरफान शेख को 154, आम आदमी पार्टी से सुनील आगीवाल को 1388 वोट मिले थे.
मोदी के मंत्री यहां कर चुके हैं शिरकतः भीलवाड़ा शहर विधानसभा क्षेत्र में मोदी कैबिनेट के मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल ,गजेंद्र सिंह शेखावत शिरकत कर चुके हैं. केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने देशभर के कपड़ा उद्यमियों को साधने के लिए मेवाड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले उद्यमियों से भी संवाद किया था.
यह है जीत का फैक्टरः भीलवाड़ा शहर विधानसभा क्षेत्र में जीत किसको मिलेगी इसे ब्राह्मण, वैश्य जिसमें (माहेश्वरी, अग्रवाल, व जैन )मतदाता तय करते हैं. जिस तरफ इन दोनों वर्ग का झुकाव रहता है, जीत का सेहरा उसके सिर बंधता है. इस सीट पर इसी फैक्टर को साधते हुए अब तक पार्टियों को जीत मिलती रही है. भीलवाड़ा विधानसभा सीट पर करीब 70000 ब्राह्मण , 40000 वैश्य मतदाता हैं. वहीं, एससी 45000, मुस्लिम 25000, सिंधी 10000, रावणा राजपूत 20000, गुर्जर 5000 व जाट मतदाता 5000 हैं.
भाजपा से ये हैं प्रमुख दावेदारः भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से इस बार भाजपा से कई दावेदार हैं. इस सीट से वर्तमान विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी मजबूत दावेदार हैं. वहीं सिखवाल ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजमल पांडे, भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली ने भी दावेदारी जताई है. साथ ही नगर परिषद सभापति राकेश पाठक, अनिल बल्दवा सहित कई पदाधिकारियों के नाम चर्चा में बने हुए हैं.
कांग्रेस से यह हैं प्रमुख दावेदारः भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट को लेकर सबसे प्रबल दावेदार के रूप में पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी अनिल डांगी, ओम नारायणीवाल, हेमेंद्र शर्मा, अविचल व्यास के नाम की चर्चा बनी हुई है.
कांग्रेस ने जनता की सुध लेते हुए महंगाई राहत शिविर आयोजित कर रही है. इसमें जनता को बढ़-चढ़कर लाभ देने का काम किया जा रहा है. इसका असर आने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा. भीलवाड़ा शहर में वर्तमान भाजपा विधायक लगातार तीन बार से विधायक हैं, लेकिन आज तक जनता के सामने उनकी कोई उपलब्धि नहीं है. उन्होंने आम जनता के लिए कोई काम नहीं किया है. -दुर्गेश शर्मा, काग्रेस जिला उपाध्यक्ष
मेरी भीलवाड़ा शहर में अद्भुत उपलब्धि रही है. मेडिकल की घोषणा हमारी सरकार के समय हुई थी और उसी कार्यकाल में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हुआ. वहीं शहर में सीवरेज की योजना के साथ ही पेयजल की समस्या गंभीर थी. वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सांसद रहते हुए चंबल योजना की घोषणा जरूर करवाई, लेकिन उनके सांसद कार्यकाल में काम पूरा नहीं हुआ. हमारे शासन में ही चंबल पेयजल का काम पूरा हुआ. शहर की प्रमुख समस्या रेलवे ओवर ब्रिज व एलिवेटेड रोड बनाना है, उसको लेकर काम करेंगे. - विट्ठल शंकर अवस्थी, विधायक, भीलवाड़ा सीट