भीलवाड़ा. शहर के उपनगर पुर में सरकारी विद्यालय के जर्जर होने के चलते छात्राओं के रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन करने के बाद मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय भवन की जल्द मरम्मत करवाने के निर्देश दिए (Order of Bhilwara school renovation) हैं. इसके साथ ही सरकारी विद्यालय में छात्राओं की संख्या अधिक होने के चलते संस्था प्रधान को दो पारियों में विद्यालय संचालित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मा राम चौधरी ने कहा कि राजकीय माध्यमिक विद्यालय पुर जिसके जर्जर अवस्था के चलते स्कूल की छात्राओं को वार्ड नम्बर 22 सरकारी विद्यालय में शिफ्ट कर दिया. वहां छात्राओं को सुविधा नहीं मिलने के चलते उन्होंने प्रदर्शन किया था. इस पर शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर गए और समझाइश कर दोनों स्कूलों की मरम्मत का निर्णय लिया गया. वहीं वार्ड नंबर 22 विद्यालय में छात्राओं की संख्या अधिक होने के चलते संस्था प्रधान को दो पारियों में संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
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बता दें कि 2019 से ही पुर में राजकीय माध्यमिक विद्यालय जर्जर अवस्था में है. इसको लेकर जिला कलेक्टर के निर्देश पर नगर परिषद ने भी स्कूल भवन को खतरा बताते हुए बंद करवाने के लिए निर्देशित किया था. हालांकि लम्बे समय तक निर्देशों की पालना नहीं हो पाई. हालत ज्यादा खराब होने पर छात्राओं को वार्ड नंबर 22 बालिका विद्यालय में शिफ्ट किया गया. यहां पर ना तो शौचालय है और ना ही पढ़ाई करने लायक कमरे. बारिश के समय भी छत से पानी टपकता रहता है. एक कमरे में क्षमता से अधिक बच्चों को भर दिया जाता है. जिससे पढ़ाई करने में भी काफी समस्याएं होती हैं. जिसके बाद छात्राओं का गुस्सा फूट गया और उन्होंने स्कूल का गेट बंद करके कर रोड जाम कर प्रदर्शन कर (girl student protest in Bhilwara) दिया.