भीलवाड़ा. लॉकडाउन में किसान खलियान में जुटकर खरीफ की फसल की बुवाई में जुटे हुए हैं. इस बार किसानों बड़ी मात्रा में कपास की फसल की बुवाई कर रहे हैं. वहीं, खरीफ की फसल के लिए भारत सरकार ने बीमा प्रावधानों में कुछ परिवर्तन किया है. जहां किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए पहले फसल बीमा हो जाता था, लेकिन अब किसान के असहमति जताने पर फसल बीमा नहीं होगा.
भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत को बताया कि, पहले जिन किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड होता था, उनका बीमा सीधा जो जाता था. लेकिन सरकार ने इस बार परिवर्तन किया है कि अगर कोई किसान फसल बीमा नहीं करवाना चाहता है तो, संबंधित बैंक में जाकर असहमति पत्र देना होगा. जिससे उनका बीमा नहीं होगा और बीमा की प्रीमियम भी नहीं काटी जाएगी.
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कृषि अधिकारियों के मुताबिक जिले में कितने किसान प्रावधानों में परिवर्तन के बाद उसका लाभ उठाते हैं या नहीं, ये कुछ दिनों में आंकड़ा साफ हो पाएगा. किसानों को ज्यादा से ज्यादा इसका लाभ मिले इस की कोशिश की जा रही है. साथ ही प्रावधानों में जो आंशिक बदलाव किया गया है उस बारे में भी बताया जा रहा है. ताकि, किसानों को किसी भी तरह की कोई भ्रम नहीं रहे. अब देखना ये होगा कि, प्रावधानों में बदलाव के बाद कितने किसान इसका फायदा लेंगे और कितने नहीं.