भीलवाड़ा. कलेक्टर परिसर में गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन हुआ. जनसुनवाई कर रहे अजमेर संभाग के संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा के सामने ही भीलवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष दुर्गेश शर्मा ने जनसुनवाई पर ही सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों की वजह से योजनाओ का लाभ आमजन को नहीं मिल रहा है. प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री को बदनाम करने में लगे हुए हैं.
भीलवाड़ा में मासिक जनसुनवाई में कई फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे. यह जनसुनवाई (Public Hearing in Bhilwara) अजमेर संभाग के संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा व जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने की. जनसुनवाई में कांग्रेस के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष दुर्गेश शर्मा आमजन की समस्या को लेकर संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा के पास पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यालय के बाहर हो रहे अतिक्रमण हटाने को हटाने का मुद्दा उठाया.
जिला उपाध्यक्ष दुर्गेश शर्मा ने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर में एक कमरे का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. कलेक्ट्रेट भवन का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय मोहनलाल सुखाड़िया ने किया था, जिसकी अनावरण पट्टिका लकड़ी के नीचे दबी है. उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने इस भवन का लोकार्पण किया उनकी शिलालेख पट्टीका की बेकदरी बहुत ही गलत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यालय के बाहर अतिक्रमण व शिलालेख पट्टिका की स्थिति देखिए.
वहीं, जनसुनवाई में जिला आयुर्वेद से संबंधित एक शिकायत पर जिला आयुर्वेद अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं होने पर संभागीय आयुक्त ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश गोयल ने आयुर्वेद अधिकारी को नोटिस देने के आदेश दिए. जनसुनवाई के दौरान मौजूद जनप्रतिनिधि के सदस्य को भी जनता के मुद्दे पर बोलने के लिए कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने आपको जनता की समस्या को लेकर जिम्मेदारी दी. उस जिम्मेदारी के तहत आप जनता के मुद्दे पर जरूर बोलिए.
इस दौरान सभी जनप्रतिनिधियों ने कहा कि हम बार-बार शिकायत करते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है. इससे शिकायतकर्ता भी बुरा बन जाता है. अंत में कांग्रेस के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ने संभागीय आयुक्त को कहा कि मुख्यमंत्री लोक कल्याणकारी काम कर रहे हैं. लेकिन यहां के अधिकारी आम जनता के बिल्कुल काम नहीं कर रहे हैं. अशोक गहलोत को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं. भीलवाड़ा के अधिकारी जनता की समस्या का समाधान नहीं करते हैं, खुद के हित साधने में लगे हुए हैं.