भीलवाड़ा. कोरोना महामारी संक्रमितों का आंकड़ा अब कुछ कम होने लगा है. जिस वजह से लॉकडाउन में भी छूट दी जा रही है, लेकिन राजनेताओं ने कोरोना प्रबधन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है. भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक गोपाल खंडेलवाल ने सैंड स्टोन में कार्यरत मजदूरों के लिए राहत पैकेज की मांग की है.
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उन्होंने कहा कि कोरोना प्रबधन में प्रदेश की गहलोत सरकार पिछड़ गई है. सिर्फ वह मोदी सरकार पर उंगली उठाने में ही व्यस्त रह गई है. गोपाल खंडेलवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मेरे मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कोरोना महामारी से बचाव के लिए राज्य सरकार ने जो प्रबंधन किया है वह बिल्कुल जीरो है. सरकार की तरफ से क्षेत्र में कुछ व्यवस्था नहीं की गई है. मुख्यमंत्री सिर्फ झूठे वादे करते हैं और जनता को गुमराह करने का काम करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बदौलत ही देश में कोरोना प्रबंधन अच्छा रहा. सभी जगह वैक्सीनेशन हो रहा है. हमने कोरोना काल में देखा कि अस्पताल के बाहर कहीं बीमार मरीज इलाज के लिए घंटों इंतजार करते थे, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. यहां तक कि इनके प्रतिनिधि भी नजर नहीं आ रहे थे.
मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सैंड स्टोन के खनन पर पड़े प्रभाव पर विधायक गोपाल खंडेलवाल ने कहा कि देशभर में सैंड स्टोन का खनन मांडलगढ़ विधानसभा के बिजोलिया क्षेत्र में होता है. जहां कोरोना की वजह से काफी असर पड़ा है. काफी कामकाज ठप हो गया है.
हजारों मजदूर खनन क्षेत्र के काम पर ही आश्रित हैं. खंडेलवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से निवेदन करना चाहता हूं कि की सैंड स्टोन में काम करने वाले मजदूरों के लिए कोई राहत पैकेज की घोषणा करें.