भीलवाड़ा. सड़क सुरक्षा के मामले में बेहतर कार्य करने के कारण भीलवाड़ा जिला परिवहन अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़ को दिल्ली में सम्मानित किया गया. राठौड़ को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और केन्द्रीय राज्यमंत्री रिटॉयर्ड जनरल वीके सिंह, एनएचआईए के चेयरमैन, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिताफ कांत ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार से राजस्थान के भीलवाड़ा जिला परिवहन अधिकारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ को सम्मानित किया. पूरे देश में गोल्ड मेडल पुरस्कार पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र के व्यक्तियों को मिला, जिसमें राजस्थान से गोल्डमेडल डॉ. वीरेन्द्र सिंह राठौड़ को पांच लाख रुपए नकद और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया.
डॉ. राठौड़ अजमेर जिले की मसूदा विधानसभा के सिंगावल गांव के रहने वाले हैं. राठौड़ सड़क सुरक्षा पर पिछले 20 साल से समर्पण भाव से लगे हैं. सड़क सुरक्षा कानून विषय पर पीएचडी करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं. सड़क सुरक्षा को अपने जीवन का अंग बना रखा है. इनकी लगन, समर्पण और अनुभव को देखते हुए राज्य सरकार उनको राज्य में सड़क सुरक्षा का बड़ा पद सृजित कर उपयोग में ले सकती है. तीन साल तक भारत सरकार में सड़क सुरक्षा एवं प्रवर्तन के तकनीकी सलाहकार रह चुके हैं. राठौड़ एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेटर, इन्टेलिजेन्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम और रोड सेफ्टी ऑडिटर का विदेशों से प्रशिक्षण ले चुके हैं. डॉ. राठौड के प्रेरणा स्त्रोत अमर सिंह चौहान हैं.
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राठौड़ के मार्गदर्शन में राज्य में दो परियोजना राजस्थान सड़क सुरक्षा, शिक्षा एवं जागृति मिशन, हेलेमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरुकता एवं अनिवार्यता अभियान के तहत अब तक 8.30 लाख लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक कर चुके हैं. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार का सिल्वर मेडल मुस्कान संस्था तथा कांस्य पदक चिकित्सा विभाग के राजकुमार राजपाल को मिला. इसी प्रकार गुड सेमेरिटन अवार्ड झावर सिंह धायल परिवहन निरीक्षक सीकर और आधार फांउडेशन उदयपुर को मिला. यानि रोड सेफ्टी के कुल 9 अवार्ड में से 3 राजस्थान के नाम तथा गुड सेमिरिटन के 13 अवार्ड में से राजस्थान को दो अवार्ड मिले.