भीलवाड़ा. विश्व ओजोन संरक्षण दिवस का जिला स्तरीय आयोजन शहर के सेठ मुरलीधर मानसिंहका राजकीय सीनियर उच्च माध्यमिक कन्या विद्यालय में आयोजन किया गया. जिसमें छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताया गया और ओजोन परत में छेद होने से हानिकारक प्रभाव पड़ने के बारे में भी बताया गया.
इस मौके पर ओजोन संरक्षण के पूर्व निबंध व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. जिसमें 6 बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया. ओजोन परत के छेद होने से पराबैंगनी किरण आकाश से धरती पर सीधी पड़ती है. जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर दिन-प्रतिदिन कुप्रभाव पड़ रहा है.
श्रम न्यायालय के न्यायधीश अजीत कुमार हिंगड़ ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि आज मुझे खुशी है कि विश्व ओजोन दिवस पर यहां बहुत अच्छा समारोह मनाया गया. जहां छात्राओं को चित्रकला व निबंध प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लिया और उन्होंने ज्ञान वर्धन किया. यह बच्चे अभी सीख रहे हैं आज सीखने के बाद यह पूरी जिंदगी ओजोन परत के संरक्षण की बात करेंगे. ओजोन परत अगर नहीं बची तो हमारा दिन प्रतिदिन नुकसान होगा.
पढ़ें- सीएम गहलोत ने किया हवाई सर्वेक्षण, अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी के निर्देश
वही पीपुल फॉर एनिमल के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने भी ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि ओजोन परत भारत में पर्यावरण प्रदूषण के कारण छेद हो गए हैं. जिससे आकाश से पराबैंगनी किरणें धरती पर सीधी आ रही है. जिससे घातक बीमारियां जैसे चर्म रोग व कैंसर जैसी लाइलाज बीमारियां फैल रही है. इसके संरक्षण के लिए हमारे को पर्यावरण को बचाना अति आवश्यक है. ओजोन परत में छेद गाड़ी से निकलने वाले धुऐ, रेफ्रिजरेटर व ऐसी से निकलने वाली क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैस से इसका दुष्प्रभाव बढ़ रहा है. हमारे को इन पर काबू पाना चाहिए. साथ ही अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए. जिससे ओजोन परत में छेद होने से बचाया जा सके और घातक पराबैंगनी किरणें धरती पर नहीं आए.
पढे़ं- सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल का अब ख्याल रखेगी कांग्रेस की कॉर्डिनेशन कमेटी
वही भीलवाड़ा वन विभाग के उप वन संरक्षक ज्ञानचंद ने भी ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि आज विश्व ओजोन दिवस के मौके पर कन्या विद्यालय में छात्राओं को ओजोन परत संरक्षण के बारे में बताया गया व होनहार बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया. आज हम सबको मिलकर ओजोन परत को बचाने के लिए संकल्प लेना चाहिए और अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए जिससे पर्यावरण को संरक्षण सुरक्षित रखते हुए ओजोन परत को छेद होने से बचाया जा सके.
अब देखना यह होगा ओजोन परत के संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता के लिए सरकार क्या कदम उठाती है जिससे प्रदूषण होने से रोका जा सके और ओजोन परत को बचाया जा सके.