भीलवाड़ा. जिला कलेक्टर आशीष मोदी मंगलवार को शिक्षक की भूमिका में नजर आए. जिला कलेक्टर ने शहर के भीमगंज क्षेत्र के महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल पहुंचकर कक्षा 11वीं एवं 12वीं के बच्चों को हिंदी और अंग्रेजी का पाठ शिक्षक बनकर पढ़ाया. उन्होंने बच्चों से सवाल-जवाब भी किए और बच्चों की पढ़ाई का आंकलन किया.
इस दौरान कलेक्टर ने कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों से संवाद किया तथा उनसे प्रश्न भी पूछे. 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों से अंग्रेजी का पाठ पढ़वाया. इसके बाद स्वयं पढ़कर बच्चों को उच्चारण की गलती के बारे में बताया. उन्होंने बच्चों से कहा की भाषा चाहे हिंदी हो या अंग्रेजी, वह भाषा पर अपनी पकड़ मजबूत करें. साथ ही कक्षा में उपस्थित शिक्षिका से कहा कि वह अंग्रेजी की पढ़ाई करवाते समय अलग-अलग शब्दों के उच्चारण की जानकारी देने साथ ही उसके भावार्थ को भी समझाएं, जिससे बच्चों में भाषा की समझ विकसित हो.
पढ़ें: DMF Meeting in Bhilwara: विधायक ने प्रस्ताव पास करवाने के लिए कलेक्टर से हाथ जोड़कर की विनती
जिला कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान स्कूल में मिड डे मील के तहत दिए जाने वाले पोषाहार की भी जानकारी ली और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने अक्षय पात्र द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता की प्रशंसा की. उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी महावीर शर्मा को निर्देश दिए कि जिले की सभी स्कूलों में यह सुनिश्चित किया जाए की बच्चों को पोषाहार वितरण के समय कोई भी कर्मचारी जूते ना पहनें हो. उन्होंने महिला रसोइयों को भोजन पकाते समय साफ-सफाई और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया.
पढ़ें: अजमेरः राजस्थान शिक्षक संघ ने कोरोना वारियर्स की भूमिका निभा रहे शिक्षकों को किया सम्मानित
बच्चों के लैंग्वेज स्किल के विकास पर दें जोर: उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी महावीर शर्मा को जिले के सभी स्कूलों में बच्चों के लैंग्वेज स्किल के विकास पर जोर देने की बात कही. साथ ही कहा कि बच्चों को बचपन में जो पढ़ाया-सिखाया जाता है, वह उसके बेहतर कैरियर बनाने के काम आता है. साथ ही अच्छे भविष्य की नींव इससे रखी जा सकती है. बच्चे को सरल ढंग से कुछ सिखाया जाता है, तो वह आसानी से सीखता है. इसलिए बच्चों को शिक्षा देने के लिए सहज और रोचक तरीके का उपयोग करना चाहिए.