भीलवाड़ा. जिले की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए न्यायालय के आदेश से पत्थरगढ़ी की पालना को लेकर 3000 रुपए की रिश्वत लेते भूअभिलेख निरीक्षक को गिरफ्तार किया है. एसीबी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजराज सिंह चारण ने बताया कि बनेड़ा तहसील की खेडलिया गांव निवासी परिवादी देवी सिंह पिता लाल सिंह राणावत ने बनेड़ा उपखंड न्यायालय में अपनी कृषि भूमि की पत्थरगढ़ी करवाने को लेकर वाद दायर किया था. न्यायालय ने देवी सिंह की कृषि भूमि पर पत्थरगढ़ी के आदेश जारी किए. जिसकी पालना बनेड़ा तहसील की महुआ खुर्द भूअभिलेख निरीक्षक लालाराम कुमावत को करनी थी. जहां भूअभिलेख निरीक्षक ने परिवादी देवी सिंह से 6000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी.
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जिस पर परिवादी ने 2000 रुपए उसी समय दिए और शेष 4000 रुपए पत्थरगढ़ी करने के लिए रिश्वत की और मांग की गई. परिवादी की शिकायत पर 17 मई को रिश्वत राशी की मांग का सत्यापन करवाया गया तो परीवादी के कहने पर भूअभिलेख निरीक्षक 3000 रुपए लेने को राजी हुआ. आरोपी भूअभिलेख निरीक्षक लाला राम कुमावत शुक्रवार को परिवादी देवी सिंह राणावत से उनके गांव स्थित खेड़लिया मकान पर पहुंचा और 3000 रुपए की रिश्वत प्राप्त कर पेंट की जेब में रख ली.
मौका पाकर एसीबी की टीम ने भू अभिलेख निरीक्षक को गिरफ्तार करते हुए उसकी जेब में 3000 रुपए की रिश्वत राशि भी बरामद कर ली. वहीं एसीबी ने भूअभिलेख निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम में मामला दर्ज कर मकान व अन्य ठिकानों पर तलाशी ले रही है. कार्रवाई के दौरान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा के पुलिस उपाधीक्षक शिव प्रकाश टेलर, हेड कांस्टेबल गोपाल जोशी, प्रह्लाद कुमार पारीक, प्रेमराज, रामेश्वर लाल, शिवराज सिंह, अशोक, विनोद मौजूद रहे.