भीलवाड़ा. नगर विकास न्यास भीलवाड़ा में गुरुवार सुबह ACB ने छापामार कार्रवाई की. ACB ने 1 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में न्यास के तीन अधिशासी अभियंताओं को गिरफ्तार किया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह मीणा का कहना है कि परिवादी ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई कि यूआईटी भीलवाड़ा में उनके द्वारा करवाए गए विभिन्न निर्माण कार्यों के बिल पास करवाने की आवाज में रिश्वत मांगी जा रही है. इस पर सत्यापन करवाया गया तो नगर विकास न्यास अधीक्षण अभियंता रामेश्वर शर्मा ने परिवादी से 1 लाख 25 हजार रुपये प्राप्त कर 75 हजार रुपये आगे देना तय हुआ. इसके साथ अधिशासी अभियंता सतीश शारदा और सहायक अभियंता ब्रह्मा लाल शर्मा ने भी 50 हजार रुपये मांगे थे. जिसमें दोनों को 25-25 हजार रुपये देना तय हुआ.
गुरुवार को परिवादी तयशुदा राशि 1 लाख रुपये लेकर अधीक्षण अभियंता रामेश्वर शर्मा के घर पहुंचा, जहां पर रामेश्वर शर्मा ने 50 हजार रुपये और सतीश शारदा वह ब्रह्मा लाल शर्मा ने 25 25 हजार रुपए रिश्वत ले ली.
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इस पर परिवादी की सूचना मिलते ही तीनों को रंगे हाथ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने पकड़ लिया. वहीं टीम द्वारा इन तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. जिसमें आगे कई और खुलासे हो सकते हैं. एसीबी की इस कार्रवाई से नगर विकास न्यास के कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है.