भीलवाड़ा. शहर में एक सप्ताह पहले दिनदहाड़े बाइक सवार प्रोपर्टी डीलर से हुई लूट के मामले में भीलवाड़ा पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने मामले में चौकाने वाला खुलासा भी किया है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में उन्होंने बताया कि लूट की वारदात को अंजाम तो दिया था लेकिन लूटे हुए बैग में सिर्फ कागजात थे. वहीं पुलिस ने परिवादी पर 5 लाख रुपए की लूट मामले में गुमराह करने का आरोप लगाया है. शहर में पहले भी लूट के कई फर्जी मामले सामने आ चुके हैं.
सुभाष नगर थाना प्रभारी पुष्पा कासोटियां ने कहा कि 18 अक्टूबर को सूचना मिली कि मजदूर चौराहे के पास एक प्रोपर्टी डीलर प्रकाश जैन के साथ 5 लाख रुपये की लूट हो गई है. इस पर उच्चाधिकारियों के साथ मौका-मुआयना किया गया और 10 पुलिसकर्मियों की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने मामले का खुलासा करने के लिए करीब एक हजार से अधिक सीसीटीवी फुटैज खंगाले और साइबर टीम ने रूट तय किया. इस आधार पर हमने दो आरोपी उदयपुर निवासी भरत पंवार और बालू मीणा को गिरफ्तार किया.
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आरोपियों से पूछताछ में सामने आया की इन्होंने लूट की वारदात को अंजाम तो दिया था लेकिन लूटे हुए बैग में 5 लाख रुपए नहीं थे. इस पर हमने परिवादी को बुलाकर इनको आमने-सामने करवाया तो परिवादी ने 5 लाख रुपए की लूट के झूठे परिवाद को कबूल कर लिया. पुलिस को गुमराह करने के सवाल पर कासोटियां ने कहा कि हमने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी है और मामले में जो भी अग्रीम कार्रवाई है वह की जाएगी.
गिरफ्तार बदमाशों ने वारदात के उसी दिन चित्तौडग़ढ़ कोतवाली थाना इलाके में भी लूट की वारदात को अंजाम दिया था. बताया जा रहा है कि वारदात शराब ठेके पर हुई थी. लूट में शामिल आरोपी भरत पवार के खिलाफ उदयपुर के कई थानों में पहले भी कई मामले दर्ज हैं.