भीलवाड़ा. जिले के जहाजपुर कस्बे के पास ही स्थित बनास नदी में तहसीलदार ने छापेमारी कर बजरी से भरे 14 ट्रैक्टर जब्त किए हैं. इस दौरान जहाजपुर तहसीलदार सरकारी गाड़ी के बजाए खुद की मोटरसाइकिल से नदी के पेटे पर छापेमारी करने पहुंचे.
बता दें इस दौरान कई प्रभावशाली ट्रैक्टर चालकों ने अपने राजनीतिक आकाओं से तहसीलदार को फोन करवाए. लेकिन फिर भी उन्होंने प्रशासनिक कार्रवाई को अंजाम दिया. बजरी माफिया के मुखबिर हमेशा से प्रशासन के अधिकारीयों की ओर से होने वाली कार्रवाईयों की खबर रखते थे. लेकिन इस बार तहसीलदार मुकुल सिंह शेखावत 14 ट्रैक्टर जब्त करने में सफल रहे.
बुधवार को घाटारानी के पास तरणीया खेड़ा गांव के नदी के पेटे में 1 दर्जन से अधिक ट्रैक्टर बजरी खनन में लगे थे. जैसे ही उन्हें तहसीलदार के आने की सूचना मिली, तो उनमें हड़कंप मच गया. ट्रैक्टर चालक अपने-अपने ट्रैक्टरों को नदी के पेटे में ही छोड़कर भाग गए. तहसीलदार की सूचना पर पुलिस जाब्ता भी वहां पहुंचा. तहसीलदार शेखावत ने बताया कि नदी के पेटे में 14 ट्रैक्टरों को अवैध रूप से बजरी दोहन करने के मामले में जप्त कर, पुलिस को सौंपा गया है. साथ ही माइनिंग विभाग को भी सूचना दी गई है.
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जानकारी के अनुसार बजरी माफियाओं का नेटवर्क प्रत्येक सरकारी दफ्तर के बाहर से शुरू होता है. मुख्य सड़क मार्गों तक उनके आदमी तैनात रहते हैं. जो कि अधिकारियों की मुखबिरी करते हैं. अधिकारी और इनके वाहन कहां आ रहे हैं और कहां जा रहे हैं, इनकी लोकेशन मोबाइल के जरिए आगे पहुंच जाती है. बता दें कि ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर घाटारानी माताजी धर्मस्थल के पास नदी पेटे में हो रहे अवैध बजरी दोहन और ट्रैक्टरों की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है.