भरतपुर/कामां. मनेरगा कार्यों में लगातार शिकायतें मिलने पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाइक से औचक निरीक्षण पर पहुंचे. वह कामां पंचायत समिति क्षेत्र के नोनेरा गांव में पहुंचे. यहां पर चल रहे मनरेगा कार्य में श्रमिकों की संख्या कम मिली. इस औचक निरीक्षण से कामां पंचायत समिति क्षेत्र के सरपंचों में हड़कंप मच गया. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी ने बताया कि इस क्षेत्र से लगातार शिकायत मिल रही थी. जन सुनवाई के दौरान ग्राम पंचायत नौनेरा की शिकायत प्राप्त हुई. यहां हमने निरीक्षण किया तो कई खामियां मिलीं.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि नोनेरा गांव में चल रहे अलग-अलग पांच मनरेगा कार्यों में से तीन कार्य को चेक किया गया. अन्य दिनों की तुलना में श्रमिकों की संख्या कम पाई गई. जिसे लेकर पंचायत समिति के विकास अधिकारी वीरेंद्र बुंदेल को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है. श्रीनिधि ने कहा कि ग्राम पंचायत में चल रहे अन्य कार्यों का भी निरीक्षण किया गया है. ग्रेवल सड़कों में गुणवत्ता की कमी पाई गई है. जिसके लिए गुणवत्तापूर्ण कार्य करने और मिट्टी को रोड रोलर से दबाते हुए कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं.
कामां पंचायत समिति में सर्वाधिक श्रमिक: जिला परिषद सीईओ श्रीनिधि बीटी ने बताया कि भरतपुर जिले की तुलना में कामां पंचायत समिति में मनरेगा कार्य में सर्वाधिक श्रमिक कार्य कर रहे हैं. जबकि 17 ग्राम पंचायतों में श्रमिकों की संख्या शून्य है. मनरेगा कार्य के दौरान लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं, जिसे लेकर समय-समय पर ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया जाएगा. साथ ही जिला स्तर के अधिकारियों की टीम बनाकर ग्राम पंचायतों में भेजी जाएगी. जिससे मनरेगा कार्य के दौरान श्रमिकों को इसका पूरा लाभ मिल सके.
बाइक से पहुंचकर किया निरीक्षण: जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी ने अपनी गाड़ियों को रास्ते में ही रोक दिया और बाइक लेकर मनरेगा कार्य का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए. इसके बाद उन्होंने श्रमिकों से पूरी जानकारी जुटाई. निरीक्षण के बाद कामां पंचायत समिति कार्यालय में सरपंच और अधिकारियों की बैठक लेकर गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश दिए गए.