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भरतपुर: अवैध खनन को लेकर महिलाएं भी आई सामने, धरना जारी - अवैध खनन को लेकर नारेबाजी और प्रदर्शन

भरतपुर के डीग क्षेत्र में आदिबद्री सहित कंकाचल पर्वतीय क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन के विरोध में पंसोपा में चल रहे साधु संतों के अनिश्चितकालीन धरने सोमवार को 66वें भी जारी रहा. इस महापड़ाव में अपनी भूमिका निभाते हुए महापड़ाव के लिए प्रचार की शुरुआत करने महिलाएं सामने आई. वहीं इसके विरोध में महिलाएं ने नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया. पढें पूरी खबर...

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अवैध खनन को लेकर महिलाएं भी आई सामने
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Published : Mar 23, 2021, 2:11 PM IST

डीग (भरतपुर). जिले के आदिबद्री सहित कंकाचल पर्वतीय क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन के विरोध में पंसोपा में चल रहे साधु संतों के अनिश्चितकालीन धरने सोमवार को 66वें दिन धरनास्थल पर पंसोपा, अलीपुर, ककराला, पालका गांव से आई महिलाओं ने भी अब इस महापड़ाव में अपनी भूमिका निभाते हुए महापड़ाव के लिए प्रचार की शुरुआत की. इस दौरान महिलाओं ने धरना स्थल पर एकत्रित होकर विधिवत पूजन और संकल्प कर गांव अलीपुर, पंसोपा और कोडली में जाकर महिलाओं से संपर्क कर महापड़ाव में बड़ी भूमिका निभाने के लिए प्रचार किया.

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ग्राणीणों ने एसडीएम को पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार

बरसाना की रंगीली में भी गूँजा ब्रज के आदिबद्री व कंकाचल को बचाने का मुद्दा..

वहीं बरसाना स्थित मान मंदिर पर रंगीली के अवसर पर एकत्रित हुए जन समुदाय को बरसाना के विरक्त संत रमेश बाबा की आज्ञा से मान मंदिर के अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने आगामी महापड़ाव की जानकारी दी और 10 अप्रैल के बाद आयोजित होने वाले महापड़ाव में देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में महापड़ाव में आने का संकल्प दिलाया. इस दौरान राधाकांत शास्त्री ने कहा कि ब्रज की संस्कृति पूरे भारत की प्राचीनतम संस्कृति है.

यह भी पढ़ें: RLP सांसद बेनीवाल पर हमले का मामलाः राजस्थान के दो अफसर आज संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष होंगे पेश

देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर है जिसे निर्ममता के साथ खननकर्ताओं ने नष्ट कर रहे है. इसे अभी नहीं रोका गया तो हमारी पौराणिक संपदा, प्राचीन परंपरा और पर्यावरण सब खंड-खंड हो जाएगा. इसके साथ ही मान मंदिर के संत नरसिंहदास महाराज ने कहा कि अभी नहीं जागे तो आदिबद्री और कंकाचल पर्वत का अस्तित्व ही नष्ट हो जाएगा. इस मौके पर उन्होंने आह्वान किया अब करो या मरो की स्थिति है हमे लड़ना ही होगा.


सड़क निर्माण में अनियमितता को लेकर ग्राणीणों ने एसडीएम को पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार

डीग में सालों से बन रहे ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में कई खामियों की शिकायत होती रही है. अब एक बार फिर ग्रामीणों की ओर से सड़क निर्माण में अनियमितता की शिकायत की जा रही है. इस बार परियोजना में पहले से ही बनी हुई खरंजा सड़क पर ही सीसी बिछाकर अपना काम पूरा करने का आरोप लग रहा है. वहीं इसको लेकर गांव के ग्रामीणों, पंचायत के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी हेमंत कुमार से मुलाकात कर उन्हें पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है.

ग्रामीणों का कहना है कि ब्रज चौरासी कोस परियोजना में जिस तरीके से सड़क निर्माण कार्य चल रहा है वो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. परियोजना से जुडे जिम्मेदार अधिकारियों की सड़क निर्माण में अनदेखी से ग्रामीणों को आने वाले समय में भारी परेशानियों का सामना करना पडेगा. सडक निर्माण में नियमों की अनदेखी के कारण गली का लेवल बहुत ऊंचा हो जाएगा. इससे बरसात में गलियों और नालियों का पानी घरों में घुसेगा.

यह भी पढ़ें: ग्वालियर : सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत, CM गहलोत ने ट्वीट कर जताया दुख

इसके साथ ही ग्रामीणों ने एसडीएम को दी लिखित शिकायत में बताया कि गांव बहज स्थित आबादी क्षेत्र में ब्रज चौरासी कोस परियोजना अंतर्गत ग्राम पंचायत में बन रही सीसी सड़क का निर्माण नियम कायदों को ताक में रखकर कराया जा रहा है. पत्र में बताया कि गांव के मुख्य रास्ते में पहले से बनी सड़क को बिना हटाए नई सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. पुरानी खरंजा निर्मित सड़क नहीं हटाने से लोगों के घरों का लेवल ऊंचा होने पर है, जिससे आने वाले समय में बरसाती पानी के घरों में घुसने की आशंका बनेगी.

साथ ही इससे जान-माल के खतरे का अंदेशा हमेशा बना रहेगा. शिकायत में परियोजना से जुड़े अधिकारियों को भी मामले से अवगत कराया मगर सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद ग्रामीणों ने परियोजना में पुरानी खरंजा निर्मित सड़क हटवाकर नई सड़क बनवाने की मांग की है.

यह भी पढ़ें: Special : कोरोना संक्रमण के बीच पाली में मौसमी बीमारियों का खतरा, अस्पताल में बढ़ने लगी मरीजों की संख्या

इस मौके पर सरपंच सुभाष, केप्टन अशोक कुमार, मोरध्वज सिंह, गजेन्द्र सिंह, रामकिशन, राजवीर, प्रकाश सिंह, रमेशचन्द, वीरेन्द्र सिंह, प्रेमवीर सहित बडी संख्या में ग्रामीणों ने सडक निर्माण को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की है.

डीग (भरतपुर). जिले के आदिबद्री सहित कंकाचल पर्वतीय क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन के विरोध में पंसोपा में चल रहे साधु संतों के अनिश्चितकालीन धरने सोमवार को 66वें दिन धरनास्थल पर पंसोपा, अलीपुर, ककराला, पालका गांव से आई महिलाओं ने भी अब इस महापड़ाव में अपनी भूमिका निभाते हुए महापड़ाव के लिए प्रचार की शुरुआत की. इस दौरान महिलाओं ने धरना स्थल पर एकत्रित होकर विधिवत पूजन और संकल्प कर गांव अलीपुर, पंसोपा और कोडली में जाकर महिलाओं से संपर्क कर महापड़ाव में बड़ी भूमिका निभाने के लिए प्रचार किया.

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ग्राणीणों ने एसडीएम को पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार

बरसाना की रंगीली में भी गूँजा ब्रज के आदिबद्री व कंकाचल को बचाने का मुद्दा..

वहीं बरसाना स्थित मान मंदिर पर रंगीली के अवसर पर एकत्रित हुए जन समुदाय को बरसाना के विरक्त संत रमेश बाबा की आज्ञा से मान मंदिर के अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने आगामी महापड़ाव की जानकारी दी और 10 अप्रैल के बाद आयोजित होने वाले महापड़ाव में देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में महापड़ाव में आने का संकल्प दिलाया. इस दौरान राधाकांत शास्त्री ने कहा कि ब्रज की संस्कृति पूरे भारत की प्राचीनतम संस्कृति है.

यह भी पढ़ें: RLP सांसद बेनीवाल पर हमले का मामलाः राजस्थान के दो अफसर आज संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष होंगे पेश

देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर है जिसे निर्ममता के साथ खननकर्ताओं ने नष्ट कर रहे है. इसे अभी नहीं रोका गया तो हमारी पौराणिक संपदा, प्राचीन परंपरा और पर्यावरण सब खंड-खंड हो जाएगा. इसके साथ ही मान मंदिर के संत नरसिंहदास महाराज ने कहा कि अभी नहीं जागे तो आदिबद्री और कंकाचल पर्वत का अस्तित्व ही नष्ट हो जाएगा. इस मौके पर उन्होंने आह्वान किया अब करो या मरो की स्थिति है हमे लड़ना ही होगा.


सड़क निर्माण में अनियमितता को लेकर ग्राणीणों ने एसडीएम को पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार

डीग में सालों से बन रहे ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में कई खामियों की शिकायत होती रही है. अब एक बार फिर ग्रामीणों की ओर से सड़क निर्माण में अनियमितता की शिकायत की जा रही है. इस बार परियोजना में पहले से ही बनी हुई खरंजा सड़क पर ही सीसी बिछाकर अपना काम पूरा करने का आरोप लग रहा है. वहीं इसको लेकर गांव के ग्रामीणों, पंचायत के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी हेमंत कुमार से मुलाकात कर उन्हें पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है.

ग्रामीणों का कहना है कि ब्रज चौरासी कोस परियोजना में जिस तरीके से सड़क निर्माण कार्य चल रहा है वो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. परियोजना से जुडे जिम्मेदार अधिकारियों की सड़क निर्माण में अनदेखी से ग्रामीणों को आने वाले समय में भारी परेशानियों का सामना करना पडेगा. सडक निर्माण में नियमों की अनदेखी के कारण गली का लेवल बहुत ऊंचा हो जाएगा. इससे बरसात में गलियों और नालियों का पानी घरों में घुसेगा.

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इसके साथ ही ग्रामीणों ने एसडीएम को दी लिखित शिकायत में बताया कि गांव बहज स्थित आबादी क्षेत्र में ब्रज चौरासी कोस परियोजना अंतर्गत ग्राम पंचायत में बन रही सीसी सड़क का निर्माण नियम कायदों को ताक में रखकर कराया जा रहा है. पत्र में बताया कि गांव के मुख्य रास्ते में पहले से बनी सड़क को बिना हटाए नई सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. पुरानी खरंजा निर्मित सड़क नहीं हटाने से लोगों के घरों का लेवल ऊंचा होने पर है, जिससे आने वाले समय में बरसाती पानी के घरों में घुसने की आशंका बनेगी.

साथ ही इससे जान-माल के खतरे का अंदेशा हमेशा बना रहेगा. शिकायत में परियोजना से जुड़े अधिकारियों को भी मामले से अवगत कराया मगर सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद ग्रामीणों ने परियोजना में पुरानी खरंजा निर्मित सड़क हटवाकर नई सड़क बनवाने की मांग की है.

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इस मौके पर सरपंच सुभाष, केप्टन अशोक कुमार, मोरध्वज सिंह, गजेन्द्र सिंह, रामकिशन, राजवीर, प्रकाश सिंह, रमेशचन्द, वीरेन्द्र सिंह, प्रेमवीर सहित बडी संख्या में ग्रामीणों ने सडक निर्माण को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की है.

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