ETV Bharat / state

भरतपुर में महिला दंगल: जयपुर की सुमन राजस्थान केसरी तो यूपी की गामिनी भारत केसरी बनीं - dangal competition in bharatpur

भरतपुर में 26वां महारानी किशोरी भारत केसरी दंगल गुरुवार (dangal competition in bharatpur) को संपन्न हुआ. दंगल में जयपुर की सुमन ने राजस्थान केसरी के खिताब अपने नाम कर लिया तो वहीं यूपी की गामिनी ने भारत केसरी पर कब्जा जमाया है.

भरतपुर में दंगल प्रतियोगिता
भरतपुर में दंगल प्रतियोगिता
author img

By

Published : Dec 1, 2022, 7:24 PM IST

Updated : Dec 1, 2022, 7:37 PM IST

भरतपुर. बीते 26 साल से उत्तर भारत का एकमात्र महिला दंगल भरतपुर में आयोजित (woman wrestling tournament in bharatpur) होता है. बालिका सशक्तिकरण का यह एक अनूठा उदाहरण है जिसमें उत्तर भारत के तकरीबन प्रत्येक राज्य की महिला पहलवान यहां अपना दमखम दिखाती हैं. गुरुवार को 26वां महारानी किशोरी भारत केसरी दंगल संपन्न हुआ. दंगल में 7 राज्यों की 72 पहलवानों ने दमखम दिखाया. जयपुर की सुमन शर्मा ने लगातार दूसरी बार राजस्थान केसरी का खिताब जीता तो वहीं उत्तर प्रदेश की गामिनी चाहर ने भारत केसरी खिताब पर कब्जा किया.

अंतरराष्ट्रीय पहलवान लेती हैं भाग
महारानी किशोरी भारत केसरी दंगल के सचिव यदुवीर सिंह सिनसिनी ने बताया कि 26 साल पहले कर्नल श्याम सिंह ने इस दंगल का शुभारंभ कराया था. उसके बाद से लगातार यह महिला दंगल आयोजित किया जाता आ रहा है. यदुवीर सिंह ने बताया कि यह उत्तर भारत का एक मात्र महिला दंगल है. इसमें उत्तर भारत के करीब-करीब प्रत्येक राज्य की महिला पहलवान भाग लेती हैं. कई बार इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवान भी अपना दमखम दिखाती हैं. इस बार भी हरियाणा से रोहतक की अंतरराष्ट्रीय पहलवान मुस्कान ने दंगल में हिस्सा लिया था.

भरतपुर में महिला दंगल

पढ़ें. महिला कुश्ती पहलवान सरिता मोर को मिला अर्जुन पुरस्कार, दो पुुलिस कर्मियों को भी राष्ट्रपति ने किया सम्मनित

70 महिला खिलाड़ियों को नौकरी
यदुवीर सिनसिनी ने बताया कि जिले में खेलों को लेकर काफी रुझान है. जिले की करीब 100 से अधिक लड़कियां पहलवानी की प्रैक्टिस करती हैं. विभिन्न खेलों की 70 महिला खिलाड़ी खेल कोटा से अब तक सरकारी नौकरी भी पा चुकी हैं. राजस्थान सरकार की ओर से खेल कोटा में सीधे नौकरी देने की योजना के बाद अब जिले में लड़कों के साथ लड़कियों में भी खेलों के प्रति रुझान बढ़ रहा है. 26 साल से महिला दंगल आयोजित करा रहे यदुवीर ने बताया कि उसका सपना है कि जिले का कम से कम एक पुरुष और एक महिला पहलवान इंटरनेशनल स्तर पर मेडल लेकर आए.

पढ़ें. रतपुर: उत्तरी भारत का इकलौता महिला दंगल, 2 दिन में 150 से ज्यादा मुकाबले, हिसार की नेहा बनी 'भारत केसरी'

सुमन लगातार राजस्थान केसरी
गुरुवार को भारत केसरी, राजस्थान केसरी और जिला केसरी के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले हुए. राजस्थान केसरी खिताबी मुकाबले में लगातार दूसरे साल भी जयपुर की सुमन शर्मा ने खिताब पर कब्जा जमाया. राजस्थान केसरी मुकाबले में भरतपुर की दीक्षा फौजदार उप विजेता रही. जबकि भारत केसरी का फाइनल मुकाबला जयपुर की सुमन शर्मा और आगरा की गामिनी चाहर के बीच हुआ. कांटे के खिताबी मुकाबले में गामिनी चाहर 2 अंक से विजयी रहीं, जबकि सुमन शर्मा उप विजेता रहीं. विजेता खिलाड़ियों को गुर्जर, पट्टा और मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया.

भरतपुर. बीते 26 साल से उत्तर भारत का एकमात्र महिला दंगल भरतपुर में आयोजित (woman wrestling tournament in bharatpur) होता है. बालिका सशक्तिकरण का यह एक अनूठा उदाहरण है जिसमें उत्तर भारत के तकरीबन प्रत्येक राज्य की महिला पहलवान यहां अपना दमखम दिखाती हैं. गुरुवार को 26वां महारानी किशोरी भारत केसरी दंगल संपन्न हुआ. दंगल में 7 राज्यों की 72 पहलवानों ने दमखम दिखाया. जयपुर की सुमन शर्मा ने लगातार दूसरी बार राजस्थान केसरी का खिताब जीता तो वहीं उत्तर प्रदेश की गामिनी चाहर ने भारत केसरी खिताब पर कब्जा किया.

अंतरराष्ट्रीय पहलवान लेती हैं भाग
महारानी किशोरी भारत केसरी दंगल के सचिव यदुवीर सिंह सिनसिनी ने बताया कि 26 साल पहले कर्नल श्याम सिंह ने इस दंगल का शुभारंभ कराया था. उसके बाद से लगातार यह महिला दंगल आयोजित किया जाता आ रहा है. यदुवीर सिंह ने बताया कि यह उत्तर भारत का एक मात्र महिला दंगल है. इसमें उत्तर भारत के करीब-करीब प्रत्येक राज्य की महिला पहलवान भाग लेती हैं. कई बार इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवान भी अपना दमखम दिखाती हैं. इस बार भी हरियाणा से रोहतक की अंतरराष्ट्रीय पहलवान मुस्कान ने दंगल में हिस्सा लिया था.

भरतपुर में महिला दंगल

पढ़ें. महिला कुश्ती पहलवान सरिता मोर को मिला अर्जुन पुरस्कार, दो पुुलिस कर्मियों को भी राष्ट्रपति ने किया सम्मनित

70 महिला खिलाड़ियों को नौकरी
यदुवीर सिनसिनी ने बताया कि जिले में खेलों को लेकर काफी रुझान है. जिले की करीब 100 से अधिक लड़कियां पहलवानी की प्रैक्टिस करती हैं. विभिन्न खेलों की 70 महिला खिलाड़ी खेल कोटा से अब तक सरकारी नौकरी भी पा चुकी हैं. राजस्थान सरकार की ओर से खेल कोटा में सीधे नौकरी देने की योजना के बाद अब जिले में लड़कों के साथ लड़कियों में भी खेलों के प्रति रुझान बढ़ रहा है. 26 साल से महिला दंगल आयोजित करा रहे यदुवीर ने बताया कि उसका सपना है कि जिले का कम से कम एक पुरुष और एक महिला पहलवान इंटरनेशनल स्तर पर मेडल लेकर आए.

पढ़ें. रतपुर: उत्तरी भारत का इकलौता महिला दंगल, 2 दिन में 150 से ज्यादा मुकाबले, हिसार की नेहा बनी 'भारत केसरी'

सुमन लगातार राजस्थान केसरी
गुरुवार को भारत केसरी, राजस्थान केसरी और जिला केसरी के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले हुए. राजस्थान केसरी खिताबी मुकाबले में लगातार दूसरे साल भी जयपुर की सुमन शर्मा ने खिताब पर कब्जा जमाया. राजस्थान केसरी मुकाबले में भरतपुर की दीक्षा फौजदार उप विजेता रही. जबकि भारत केसरी का फाइनल मुकाबला जयपुर की सुमन शर्मा और आगरा की गामिनी चाहर के बीच हुआ. कांटे के खिताबी मुकाबले में गामिनी चाहर 2 अंक से विजयी रहीं, जबकि सुमन शर्मा उप विजेता रहीं. विजेता खिलाड़ियों को गुर्जर, पट्टा और मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया.

Last Updated : Dec 1, 2022, 7:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.