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हाय रे बेबसी ! लॉकडाउन में परिवार दाने-दाने को मोहताज...जमीन भी रखनी पड़ी गिरवी - बेटी की शादी के लिए विधवा को गिरवी रखनी पड़ी जमीन

भरतपुर में एक विधवा मां ने अपनी बेटी की शादी करवाने के लिए मदद की गुहार लगाई है. महिला का कहना है कि लॉकडाउन में अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए जमीन को गिरवी रखना पड़ गया. अब महिला के सामने संकट यह है कि उसे बेटी की शादी भी करनी है और 30 हजार रुपए जमा कराकर गिरवी जमीन भी छुड़ानी है, ताकि उसके परिवार का पालन-पोषण होता रहे.

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बेटी की शादी करवाने के लिए मां ने लगाई मदद की गुहार
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Published : Jun 29, 2020, 5:21 PM IST

भरतपुर. कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की असल मार गरीब पर पड़ी है. रोजगार छूटने के कारण उन्हें शहर से पलायन कर गांव में आना पड़ गया. ऐसी ही गरीबी की मार भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र के गांव बहज में रहने वाली एक महिला को झेलनी पड़ी है. विधवा महिला को लॉकडाउन में अपने परिवार का पालन-पोषण करने और तीन बेटियों में से सबसे बड़ी बेटी की शादी करने के लिए अपनी जमीन को गिरवी रखना पड़ गया. अब महिला ने बेटी की शादी कराने और गिरवी जमीन को छुड़वाने के लिए लोगों से मदद की गुहार लगाई है.

बेटी की शादी करवाने के लिए मां ने लगाई मदद की गुहार

राजकुमारी ने बताया कि करीब 9 साल पहले उसके पति बच्चों सिंह जाटव की असामयिक मौत हो गई. परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा है. महिला 1 बीघा जमीन और मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रही थी, लेकिन लॉकडाउन के दौरान कोई काम धंधा नहीं मिला. जिससे परिवार का पालन पोषण करने के लिए महिला को अपनी 1 बीघा जमीन को 30 हजार रुपए में गिरवी रखना पड़ा.

इतना ही नहीं, महिला की तीन बेटियों में से बड़ी बेटी खुशबू की 1 जून को शादी भी होनी है, लेकिन शादी समारोह के लिए महिला के पास पर्याप्त रुपए भी उपलब्ध नहीं है. अब महिला के सामने सबसे बड़ा संकट यह है कि उसे बेटी की शादी भी करनी है और 30 हजार रुपए जमा कराकर अपनी गिरवी जमीन भी छुड़ानी है, ताकि उसके परिवार का पालन-पोषण होता रहे.

मदद के लिए आगे आया महिला संगठनठ...

इस दौरान महिला की पारिवारिक हालात की जानकारी डीग के प्रिय सखी संगठन को मिली. संगठन की अध्यक्ष मोनिका जैन और भामाशाह अनीता सिनसिनवार, एडवोकेट दिनेश पचौरी, शीला कोली, पंकज, भूषण कुबेर, नृपेश सिंघल, टोनी ड्राइवर और अन्य सदस्यों ने मिलकर महिला की बेटी की शादी के लिए कन्यादान के लिये सामग्री उपलब्ध करवाई. संगठन की महिलाओं ने बेटी के कन्यादान के लिए लोगों से घर-घर जाकर भी मदद मांगी.

ये सामग्री करवाई उपलब्ध...

शादी के लिए संगठन ने भामाशाह की मदद से 11 साड़ियां, 21 बर्तन, श्रृंगार का सामान, पंखा, टॉवल, सिलाई मशीन, बेडशीट, कंबल, 10 गिफ्ट, चांदी के पायल, सोने की बाली, सब्जी, राशन और 3,100 रुपये नकद की सहायता की.

यह भी पढ़ें : पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस का 'हल्ला बोल', वैभव गहलोत भी बैठे धरने पर

गरीबी से जूझ रही विधवा महिला राजकुमारी ने अपनी बेटी की शादी में मदद करने की गुहार लगाई है. महिला ने बताया कि बड़ी बेटी की शादी के बाद भी दो और छोटी बेटियां व एक बेटा है. ऐसे में परिवार के पालन पोषण के लिए उनकी जमीन बहुत जरूरी है. प्रिय सखी संगठन की अध्यक्ष मोनिका जैन ने भी लोगों से इस गरीब महिला की मदद के लिए आगे आने की अपील की है.

भरतपुर. कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की असल मार गरीब पर पड़ी है. रोजगार छूटने के कारण उन्हें शहर से पलायन कर गांव में आना पड़ गया. ऐसी ही गरीबी की मार भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र के गांव बहज में रहने वाली एक महिला को झेलनी पड़ी है. विधवा महिला को लॉकडाउन में अपने परिवार का पालन-पोषण करने और तीन बेटियों में से सबसे बड़ी बेटी की शादी करने के लिए अपनी जमीन को गिरवी रखना पड़ गया. अब महिला ने बेटी की शादी कराने और गिरवी जमीन को छुड़वाने के लिए लोगों से मदद की गुहार लगाई है.

बेटी की शादी करवाने के लिए मां ने लगाई मदद की गुहार

राजकुमारी ने बताया कि करीब 9 साल पहले उसके पति बच्चों सिंह जाटव की असामयिक मौत हो गई. परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा है. महिला 1 बीघा जमीन और मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रही थी, लेकिन लॉकडाउन के दौरान कोई काम धंधा नहीं मिला. जिससे परिवार का पालन पोषण करने के लिए महिला को अपनी 1 बीघा जमीन को 30 हजार रुपए में गिरवी रखना पड़ा.

इतना ही नहीं, महिला की तीन बेटियों में से बड़ी बेटी खुशबू की 1 जून को शादी भी होनी है, लेकिन शादी समारोह के लिए महिला के पास पर्याप्त रुपए भी उपलब्ध नहीं है. अब महिला के सामने सबसे बड़ा संकट यह है कि उसे बेटी की शादी भी करनी है और 30 हजार रुपए जमा कराकर अपनी गिरवी जमीन भी छुड़ानी है, ताकि उसके परिवार का पालन-पोषण होता रहे.

मदद के लिए आगे आया महिला संगठनठ...

इस दौरान महिला की पारिवारिक हालात की जानकारी डीग के प्रिय सखी संगठन को मिली. संगठन की अध्यक्ष मोनिका जैन और भामाशाह अनीता सिनसिनवार, एडवोकेट दिनेश पचौरी, शीला कोली, पंकज, भूषण कुबेर, नृपेश सिंघल, टोनी ड्राइवर और अन्य सदस्यों ने मिलकर महिला की बेटी की शादी के लिए कन्यादान के लिये सामग्री उपलब्ध करवाई. संगठन की महिलाओं ने बेटी के कन्यादान के लिए लोगों से घर-घर जाकर भी मदद मांगी.

ये सामग्री करवाई उपलब्ध...

शादी के लिए संगठन ने भामाशाह की मदद से 11 साड़ियां, 21 बर्तन, श्रृंगार का सामान, पंखा, टॉवल, सिलाई मशीन, बेडशीट, कंबल, 10 गिफ्ट, चांदी के पायल, सोने की बाली, सब्जी, राशन और 3,100 रुपये नकद की सहायता की.

यह भी पढ़ें : पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस का 'हल्ला बोल', वैभव गहलोत भी बैठे धरने पर

गरीबी से जूझ रही विधवा महिला राजकुमारी ने अपनी बेटी की शादी में मदद करने की गुहार लगाई है. महिला ने बताया कि बड़ी बेटी की शादी के बाद भी दो और छोटी बेटियां व एक बेटा है. ऐसे में परिवार के पालन पोषण के लिए उनकी जमीन बहुत जरूरी है. प्रिय सखी संगठन की अध्यक्ष मोनिका जैन ने भी लोगों से इस गरीब महिला की मदद के लिए आगे आने की अपील की है.

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