डीग (भरतपुर). उपखंड के वन संरक्षित्र क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर बड़े पैमाने पर अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है. इसे रोकने के लिए उत्तरदायी वन, खनिज और पुलिस विभाग के लोग इस पर लगाम लगाने के स्थान पर चौथ वसूली में लगे हुए हैं. ऐसे में ब्रज अंचल के संत समाज के प्रवक्ता राधा कांत शास्त्री ने डीग, कामां नगर और पहाड़ी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर चल रहे अवैध खनन पर रोष जताया है.
वहीं ब्रज अंचल के संत समाज की ओर से प्रदेश मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर से अवैध खनन को रोकने के लिए तत्काल कारगर कदम उठाने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि, यदि सरकार व प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई नहीं की तो मजबूर होकर साधु संतों को धरना प्रदर्शन और आंदोलन जैसे कदम उठाना पड़ेंगे.
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प्रवक्ता राधा कांत शास्त्री के अनुसार डीग, कामां नगर और पहाड़ी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन के काम चल रहे हैं. प्रवक्ता शास्त्री ने कहा कि, डीग उपखंड के वन संरक्षित्र क्षेत्र के सेऊ, धमारी, ककड़ा बहताना जटेरी और और अन्य गांवों में खनन माफिया द्वारा जेसीबी और अन्य साधनों से बड़े पैमाने पर निरंतर अवैध खनन किया जा रहा है. ट्रैक्टर ट्रॉलियों और डंपरों में भरकर अवैध खनन कर निकाला गया पत्थर, डीग कस्बे और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती कस्बों में भेजा रहा है. जबकि सरकार ने डीग और कामां के समस्त वन और पर्वतीय क्षेत्र को वन संरक्षित क्षेत्र घोषित कर इसमें खनन गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा रखी है
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राधा कांत शास्त्री ने आरोप लगाया कि सरकारी रोक के बाद भी वन और खनिज विभाग और स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के चलते खनन माफिया बेखौफ है. खनन माफिया वन संरक्षित्र क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर ब्रज अंचल की द्वापर कालीन धरोहरों को नष्ट करने में लगे हुए हैं. जिसको लेकर ब्रज के साधु-संतों ओर ब्रज वासियों में दिनों दिन रोष बढ़ता जा रहा है.