भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर में हाईवे पर चक्का जाम कर आंदोलन करने वाले 600 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. नेशन हाईवे अथॉरिटी भी आंदोलन के दौरान हुए नुकसान का आंकलन करने में जुटी हुई है. मामले की जांच कर रहे हलैना थाना प्रभारी एसआई योगेंद्र सिंह ने बताया कि जयपुर आगरा हाईवे पर 12% आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन करने वाले करीब 500-600 आंदोलनकारियों के खिलाफ लखनपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है. साथ ही आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी, सह संयोजक शैलेंद्र कुशवाहा, अंजली माली समेत 40 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच हलैना थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह को सौंपी गई है.
सरकार से हुई थी वार्ता : उधर आंदोलन समाप्ति की घोषणा के समय संयोजक मुरारीलाल सैनी ने मीडिया को बताया था कि समाज के लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को लेकर भी सरकार से बात हुई थी. जिस पर सरकार ने सहमति जता दी थी. हालांकि, मुरारीलाल सैनी ने आंदोलन के दौरान पुलिस के व्यवहार को बर्बरतापूर्ण बताया था.
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नुकसान का आंकलन : करीब 12 दिन तक चले आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों ने जयपुर आगरा हाईवे पर काफी नुकसान किया था. हाईवे के डिवाइडर तोड़ दिए थे, अन्य भी कई नुकसान हुए थे. ऐसे में अब आंदोलन समाप्ति के बाद हाईवे अथॉरिटी ने अपने नुकसान का आंकलन शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि सैनी, माली, कुशवाहा, काछी समझ के लोग 12% आरक्षण की मांग को लेकर 21 अप्रैल से हाईवे जाम कर आंदोलन कर रहे थे. सोमवार को ओबीसी आयोग से वार्ता होने के बाद मंगलवार को आंदोलन समाप्ति की घोषणा कर दी गई थी.